लखनऊ : क्यूआर कोड से पकड़ा जाएगा यूपी बोर्ड के अंक पत्रों का फर्जीवाड़ा
लखनऊ। यूपी बोर्ड के अंक पत्रों पर फर्जीवाड़ा करना अब आसान नहीं होगा। बोर्ड ने इस बार क्यूआर कोड वाले डिजिटल अंक पत्र जारी किए हैं, जिन्हें इंटरनेट पर अपलोड कर दिए गए हैं। स्कूलों में बुधवार से इनका वितरण भी शुरू हो गया। इन अंक पत्रों की खासियत है कि इन पर क्यूआर कोड होने की वजह से कोई अंकों में हेरफेर नहीं कर सकता। अगर किसी अंक पत्र के फर्जी होने का शक भी हो तो तत्काल क्यूआर कोड को स्कैन कर असलियत जानी जा सकती है। अंकपत्र पर बोर्ड सचिव के हस्ताक्षर भी डिजिटल हैं। राजकीय जुबली इंटर कॉलेज, विजडम वे प्रोगेसिव इंटर कॉलेज में छात्रों को बुलाकर डिजिटल अंक पत्र दिए गए। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड की वेबसाइट पर डिजिटल अंकपत्र अपलोड कर दिए गए है। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे अंकपत्र डाउनलोड कर तीन जुलाई तक छात्रों को वितरित कर दें। उन्होंने बताया कि यह अंक पत्र सभी जगह मान्य है। जल्द ही इसकी हार्ड कॉपी भी बोर्ड द्वारा मुहैया करा दी जाएगी।