गोरखपुर : 11 शिक्षकों के फर्जी होने की शिकायत से विभाग में हड़कम्प
गोरखपुर । कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला प्रकरण खुलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग फर्जी शिक्षकों पर नकेल कसने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। लगातार फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होने से आम इंसान भी अब फर्जी शिक्षकों को पकड़वाने में अपनी भूमिका निभाने लगा है।
इससे पहले भी कोई न कोई व्यक्ति फर्जी शिक्षकों को लेकर शिकायते करता था लेकिन दो या चार महीने में कोई एक शिकायत आती थी लेकिन अब कार्यवाही में तेजी और विभाग की सक्रियता के साथ ही एसटीएफ द्वार जांच किये जाने की वजह से बड़ी संख्या में लोग सामने आ रहे हैं और फर्जी शिक्षकों से जुड़ी जानकारी शिकायत के रूप में विभाग को सौंप रहे हैं। इसका हालिया उदाहरण है कि बीते सात दिनों में गोरखपुर के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 11 शिक्षकों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र, पैनकार्ड एवं अंकपत्र के फर्जी होने की शिकायत आम व्यक्तियों ने बीएसए से की है। एक साथ 11 शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र प्रयोग करने की शिकायत आने पर विभाग भी गंभीर हो गया है और सभी शिकायतों की गंभीरता से जांच शुरू करते हुये सभी आरोपित शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस दे दिया गया है।
17 अगस्त तक जमा कराये प्रमाण पत्र-:BSA बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि बड़ी संख्या में शिकायत आना शुरू हुई है। शिकायत करने वालों में अलग-अलग ब्लॉक के शिक्षकों पर फर्जी प्रमाण पत्र का प्रयोग कर नौकरी पाने का आरोप लगाया है। सभी शिकायतों की जांच की जायेगी क्योंकि पहले भी जो शिकायते आयी है सत्यापन कराने पर सही निकली है। जिसके आधार पर कई शिक्षक बर्खास्त किये गये हैं। इसलिए हर शिकायत की गंभीरता से जांच की जायेगी। इसी क्रम में जिन 11 शिक्षकों पर आरोप लगे हैं। उन्हे 17 अगस्त तक अपने सभी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ ही पैनकार्ड जमा कराने के निर्देश दिये गये हैं। जिन शिक्षकों के विरुद्ध शिकायत आयी हैं। उनमें ब्रहम्पुर ब्लॉक के पांच शिक्षक, गोला ब्लॉक के पांच शिक्षक के साथ ही एक शिक्षक अन्य ब्लॉक से है। अब तक बर्खास्त हो चुके हैं 55 शिक्षक शिकायत के आधार के विभागीय जांच में बर्खास्त शिक्षकों का आंकड़ा पचास के पार पहुंच गया है। गोरखपुर में फर्जी अंकपत्र, प्रमाण पत्र, पैनकार्ड से दूसरे के नाम पर नौकरी करने वाले 55 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। 29 शिक्षकों के विरुद्ध निलम्बन की कार्यवाही की जा चुकी है और अब इनकी जांच खण्ड शिक्षा अधिकारी कर रहे हैं। जांच के बाद फर्जी प्रमाण पत्र प्रयोग करने के आरोप की पुष्टि होने पर इन आरोपित शिक्षकों को बर्खास्त किया जायेगा। 37 बर्खास्त शिक्षकों के विरुद्ध राजघाट थाने में एफआईआर भी करायी जा चुकी है।