प्रयागराज : प्रतापगढ़ में 17 परिषदीय शिक्षक मिले फर्जी, पांच पर एफआइआर।
बीईओ ने बताया है कि सुबोध का चयन 68 हजार 500 शिक्षकों की नियुक्ति में हुआ था। शिक्षक का टीईटी प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिला है।
प्रयागराज : पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में जिले के परिषदीय स्कूलों में 17 परिषदीय शिक्षकों के अभिलेख फर्जी मिले हैं। इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का आदेश बीएसए ने दिया है। इनमें से मंगलवार को पांच परिषदीय शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। यह सभी फर्जी दस्तावेज से नौकरी हासिल किए थे। इनके विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी का मुकदमा थानों में दर्ज कराया गया है।
नौकरी के लिए बन गए थे भूतपूर्व सैनिक
जिले के परिषदीय स्कूलों में फर्जीवाड़ा कर नौकरी हासिल करने वालों पर विभाग ने शिकंजा कसा है। वर्ष 2017-18 में फर्जी दस्तावेज से शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाले 17 शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए गए हैं। इनके विरुद्ध बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने एफआइआर का आदेश दिया है। लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार रामपुर संग्रामगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी मो. रिजवान ने लालगंज कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा है कि प्राथमिक विद्यालय ढिंगवस में उर्दू भाषा में जिले के मधुपुर प्रतापगढ़ निवासी रियासत अली पुत्र अब्दुल खालिक ने हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के अंक पत्र फर्जी लगाकर नियुक्ति हासिल कर ली थी। यही नहीं शिक्षक ने स्वयं को भूतपूर्व सैनिक होने का भी फर्जी प्रमाण पत्र लगाया था। जांच में फर्जीवाड़े का राजफाश हुआ।
बीएड का फर्जी अंकपत्र लगाकर कर रहे थे नौकरी
इसी तरह प्राथमिक विद्यालय वीरसिंहपुर में कौशांबी जिले के पूरे पोखरा निवासी अरविंद कुमार पुत्र अमरनाथ ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से फर्जी बीएड का अंकपत्र लगाकर सहायक अध्यापक पद पर धोखे से चयन करा लिया था। जांच में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने आरोपित द्वारा दिए गए अनुक्रमांक को फर्जी बताया। इसी तरह जिले के मेंहदियावारी मुस्तर्का प्रतापगढ़ निवासी संजीव कुमार पुत्र रामनाथ ने विकासखंड के ग्राम पंचायत जेवई पूरे विश्राम प्राथमिक विद्यालय में फर्जी अंकपत्र लगाकर सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति हासिल कर ली थी। जांच में संजीव कुमार के अभिलेख कूटरचित पाए गए। बीईओ मो. रिजवान ने बताया कि तीनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। सांगीपुर प्रतिनिधि के अनुसार सहायक अध्यापिका पर फर्जी दस्तावेज से नौकरी हासिल करने पर कोठा नेवडिय़ा प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका उमा देवी सरोज पुत्री अजय सरोज के खिलाफ सांगीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जांच में शिक्षिका का 2011 टीईटी का प्रमाण पत्र फर्जी मिला
जांच में 2011 टीईटी का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल करना पाया गया। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी संड़वा चंद्रिका राम शंकर ने मंगलवार को सांगीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। संड़वाचंद्रिका प्रतिनिधि के अनुसार अंतू थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मझिलहा में टीईटी के फर्जी प्रणामपत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षक सुबोध कुमार के खिलाफ बीईओ ने अंतू थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में मामला पकड़ में आने पर बीएसए ने बीईओ सदर को रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया था। बीईओ ने बताया है कि सुबोध का चयन 68 हजार 500 शिक्षकों की नियुक्ति में हुआ था। शिक्षक का टीईटी प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिला है। विभाग द्वारा शिक्षक को अभी वेतन निर्गत नहीं किया गया है। बीएसए अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 17 शिक्षकों ने फर्जी दस्तावेज से नौकरी हासिल की थी। इन सभी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का आदेश खंड शिक्षाधिकारियों को दिया गया है।