गोरखपुर : कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले 54 फर्जी शिक्षक बर्खास्त, 13 करोड़ का वेतन डकारा
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 84 शिक्षकों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई
29 शिक्षकों से वेतन रिकवरी की फाइल तैयार, 13 करोड़ का वेतन फर्जी शिक्षकों ने डकारा
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत फर्जी शिक्षकों के खिलाफ पिछले डेढ़ वर्षों के बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से रिकार्ड स्तर पर कार्रवाई की गई है। कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले जहां 54 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। वहीं प्राथमिक जांच में 30 शिक्षकों के प्रमाणपत्र संदिग्ध मिलने पर उन्हें निलंबित कर जांच की जा रही है। इनके अलावा 20 और शिक्षकों के खिलाफ मिली शिकायत के विभाग ने नोटिस जारी कर शिक्षकों को दस्तावेजों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष-2019 में एसटीएफ की छापेमारी के बाद से ही विभाग को फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों में रिकार्ड बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। विभाग की ओेर से जब इन शिक्षकों को दस्तावेजों के सत्यापन के लिए विभाग में बुलाया गया तो इन्होंने सत्यापन कराने में रूचि नहीं ली। जिसके बाद विभाग ने पहले इन्हें निलंबित और बाद में बर्खास्त कर दिया। मगर मुकदमा दर्ज न होने की वजह से इन शिक्षकों के खिलाफ वेतन रिकवरी की कार्रवाई शुरू नहीं हो पा रही थी।बीएसए की पहल पर 37 शिक्षकों के खिलाफ पिछले वर्ष ही राजघाट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसके बाद 29 शिक्षकों के खिलाफ वेतन रिकरवरी की फाइल विभाग की ओर से तैयार की जा रही है। इन शिक्षकों ने वेतन के मद में 13 करोड़ रूपये की धनराशि डकारी है। बाकि बचे शिक्षकों से भी वेतन रिकवरी का खाका तैयार किया जा रहा है।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अब तक 84 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 20 और शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिली है। इनकी भी जांच की जा रही है। शासन से वेतन रिकवरी का निर्देश मिला है, इसे हर हाल में पूरा कराया जाएगा।