गोरखपुर। कूटरचित दस्तावेज के सहारे जिले के परिषदीय विद्यालयों में नौकरी करने वाले चार शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को कार्रवाई की है। एक शिक्षक को बर्खास्त और तीन को निलंबित किया है। निलंबित शिक्षकों की जांच के लिए संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया है। बर्खास्त शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू हो गई है। जंगल कौड़िया ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अवई पाकड़ में तैनात शिक्षक सुरेश कुमार सिंह के खिलाफ विभाग को फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी हासिल करने की शिकायत मिली थी।जांच के दौरान उनका बीटीसी का प्रमाणपत्र संदिग्ध मिला। इसके बाद विभाग 24 साल से कार्यरत शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके अलावा उरुवा के प्राथमिक विद्यालय इमलीडीह बुर्जुग मेें कार्यरत संतोष कुमार तिवारी के यूपी टीईटी का प्रमाणपत्र, गगहा ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढरसी में कार्यरत सेता रानी विश्वास का बीटीसी अंकपत्र और भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रतनपुर की चित्रलेखा सिंह का विकलांग प्रमाणपत्र प्राथमिक जांच में संदिग्ध मिला है। तीनों शिक्षकों को निलंबित करते हुए मामले की जांच संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी है।
*54 शिक्षक बर्खास्त, 30 निलंबित*
फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मिली शिकायतों पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जांच की जा रही है। इस कड़ी में अब तक 54 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। जबकि 30 शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है। इन सभी के खिलाफ विभाग की ओर से जांच की जा रही है। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है।
कूटरचित दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ मिल रही शिकायतों की जांच की जा रही है। फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। वहीं, वेतन रिकवरी की फाइल तैयार कराई जा रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
-बीएन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी