लखनऊ : नई शिक्षा नीति से अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए युवाओं होंगे तैयार - राज्यपाल
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के लिए प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण तैयार करना है- राज्यपाल
विशेष संवाददाता- राज्य मुख्यालय राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधपति आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति केन्द्र सरकार की एक सराहनीय पहल है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य प्राथमिक स्कूली शिक्षा से लेकर कालेज स्तर की उच्च शिक्षा तक पाठ्यक्रमों में बदलाव कर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के लिए प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण तैयार करना है।उन्होंने कहा कि इससे स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी एवं उद्देश्यपूर्ण परिवर्तन आएगा। कक्षा एक से लेकर कक्षा पांच तक अनिवार्य रूप से मातृ भाषा व स्थानीय भाषा में शिक्षा ग्रहण करने से बच्चों का तेजी से बौद्धिक विकास होगा। नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्रों को पहले से तय विषय चुनने की बाध्यता भी समाप्त कर दी गई है। अब छात्र अपनी मर्जी से कोई भी विषय चुन सकता है। भौतिक विज्ञान का छात्र चाहे तो वह संगीत या इतिहास को दूसरे विषय के रूप में भी चुन सकता है। बोर्ड परीक्षाओं का तनाव भी खत्म कर दिया गया है। राज्यपाल ने कहा कि बदलती जरूरतों के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी।