लखनऊ : शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों से ज्यादा चिंता सरकार को - बेसिक शिक्षा मंत्री
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ.सतीश द्विवेदी ने कहा कि सरकार, शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों से ज्यादा चिंतित है। उन्होंने कहा कि 69000 शिक्षकों की भर्ती का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। वहां से निर्णय आ जाने के बाद ही बचे हुए पदों पर नई भर्ती संभव हो सकेगी। शिक्षकों की समय से भर्ती हो, इसको लेकर अभ्यर्थियों से ज्यादा चिंता सरकार को है। इसमें देरी के लिए सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार नहीं।
गुरुवार को ‘हिन्दुस्तान’ गोरखपुर की ओर से अनलॉक 3.0 के दौरान ‘कोरोना काल में कैसे पढ़ें बच्चे’ विषय पर ई-संवाद आयोजित किया गया था। इसमें पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने अपनी बात रखी।
50 हजार शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान
30 छात्रों पर एक शिक्षक की उपलब्धता मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार की ओर से भर्ती को लेकर तय मानक पर कोर्ट का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक हम नई भर्ती कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह अभ्यर्थियों की हर तकलीफ और सवालों से वाकिफ हैं लेकिन सरकार के काम करने का अपना एक पैमाना है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सीएम की प्राथमिकता
सतीश द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार के तीन साल के कार्यकाल के दौरान बेसिक स्कूलों में 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की गई है। यदि यही 69000 शिक्षकों की भर्ती हो गई होती तो शायद ही कोई ऐसा स्कूल बचता, जो शिक्षक विहीन होता। मुख्यमंत्री की उच्च प्राथमिकता है कि मानक के अनुसार हर 30 छात्र पर एक शिक्षक की उपलब्धता व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
सांसद रविकिशन शुक्ल ने ग्रामीण क्षेत्रों में नेट कनेक्टिवटी की समस्या बताते हुए अभिभावकों को बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई पर निगरानी की अपील की। पैनलिस्ट गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.वीके सिंह और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जेपी पांडेय ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया।
विवि के अंतिम वर्ष के रिजल्ट के बाद ही डीएलएड में प्रवेश
डीएलएड के नए सत्र में प्रवेश के सवाल पर सतीश द्विवेदी ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालयों के स्नातक अंतिम वर्ष के परिणाम नहीं आ जाते, प्रवेश प्रकिया शुरू नहीं की जाएगी। जो छात्र डीएलएड अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहे हैं वे यूट्यूब चैनल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई करते रहें। यूजीसी के मानक के अनुसार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराएंगे।