लखनऊ : यूपी में शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन भी होगा, संबंधित बोर्ड को भेजे जाएंगे मामले
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ | उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों व सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का संबंधित परीक्षा बोर्ड व विश्वविद्यालय से सत्यापन कराया जाएगा। शासन ने सत्यापन कराने की जिम्मेदारी उन शिक्षण संस्थाओं पर ही डाल दी है, जहां शिक्षक कार्यरत हैं।
शासन के आदेश पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले राज्य विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों और राजकीय व सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के प्राचार्यों को इसके लिए पत्र लिखा है। उनसे कहा गया है कि वे अपने यहां कार्यरत शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन उन बोर्डों या विश्वविद्यालयों से करा लें, जहां वे जारी किए गए हैं। इससे पहले शासन के आदेश पर सभी जिलों में गठित जांच कमेटी ने शिक्षकों का भौतिक सत्यापन करने के साथ-साथ उनके सेवा संबंधी अभिलेखों एवं शैक्षिक अभिलेखों की जांच की थी। इसके तहत सभी अभिलेखों की मूल प्रतियों का मिलान किया गया था। अभी तक विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों के अकपंत्रों या प्रमाणपत्रों का सत्यापन, उन्हें जारी करने वाले बोर्ड या विश्वविद्यालय से नहीं कराया जाता था।