प्रयागराज : बीएड प्रवेश परीक्षा की तैयारी पूरी, आठ-आठ फीट की दूरी पर बैठाए जाएंगे परीक्षार्थी
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों एवं सामाजिक संगठनों की मांग को दरकिनार करते हुए प्रशासन ने लखनऊ विवि की ओर से रविवार को होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली है। बीएड प्रवेश परीक्षा कोरोना काल की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। परीक्षा में लगभग चार लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा की तैयारी चाक-चौबंद करने के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी भानुचंद गोस्वामी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक के दौरान बताया गया कि सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने के लिए दो परीक्षार्थियों के बीच आठ फिट की दूूरी रखी जाएगी। एक परीक्षा कक्ष में मात्र 24 परीक्षार्थी और एक कक्ष निरीक्षक होंगे।सेंट एंथोनी गर्ल्स इंटर कॉलेज में हुई बैठक के दौरान लखनऊ विवि की ज्योत्सना सिंह, डॉ. फाजिल हॉशमी, डॉ. विद्यानंद तिवारी और प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शेष नाथ पांडेय और सभी केंद्र व्यवस्थापक मौजूद रहे। रजिस्ट्रार शेषनाथ पांडेय ने बताया कि प्रवेश परीक्ष की तैयारी पूरी कर ली गई है। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए परीक्षा केंद्र पर एक कमरे में चौबीस छात्रों की परीक्षा होगी। परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजिंग की व्यवस्था होगी। साथ ही केंद्र व्यवस्थापकों को कहा गया है कि परीक्षा केंद्र पर पहुंचे वाले अभ्यर्थी को यदि बुखार है तो उसे बिना परीक्षा दिए वापस न लौटाया जाए। उसके लिए अलग कमरे में परीक्षा कराई जाए। जनपद के केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा सामग्री उपलब्ध कराई गई। रजिस्ट्रार शेषनाथ पांडेय ने बताया कि प्रयागराज के 74, प्रतापगढ़ में सात, कौशाम्बी में तीन और फतेहपुर में दो केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रयागराज में लगभग 22 हजार परीक्षार्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे। मंडल के चारों जिलों में लगभग 25 हजार परीक्षार्थी 86 केंद्रों पर परीक्षा देंगे।
केसर विद्यापीठ कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव, बीएड परीक्षा में संक्रमण का खतरा
केसर विद्यापीठ इंटर कॉलेज के एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से विद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों को अपने संक्रमण की चिंता सता रही है। शिक्षकों एवं कर्मचारियों की ओर से चिता व्यक्त किए जाने के बाद प्रधानाचार्य की ओर से एक पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला प्रशासन को पूरे मामले की जानकारी दी गई है। पत्र में इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की है कि चार दिन पहले कोरोना जांच से पहले यह कर्मचारी लगातार विद्यालय आ रहा था, ऐसे में इसके संपर्क के चलते दूसरे शिक्षकों एवं कर्मचारियों को संक्रमण हो सकता है। शिक्षकों ने कर्मचारी के संपर्क में रहने वाले दूसरे कर्मचारियों, शिक्षकों को क्वारंटीन करने की मांग की।
शिक्षकों का कहना है कि परीक्षा के दौरान भीड़ बढ़ने पर संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन उचित व्यवस्था करे। परीक्षा केंद्र पर 300 परीक्षार्थियों का केंद्र बनाया गया है। ऐसे में भीड़ के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। इससे पहले विद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं प्रबंध समिति के सदस्य और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पहले भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। ऐसे में शिक्षकों ने जिला प्रशासन से आवश्यक उपाय करने की मांग की है। इस संबंध में अपर जिला अधिकारी नगर अशोक कुमार कनौजिया का कहना है कि स्कूल को सेनेटाइज करवाने के बाद परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा की दोनो पालियों में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, कर्मचारियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, परीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी व्यवस्था की जाएगी।
बीएड परीक्षा के विरोध में छात्रों ने किया बुद्धि- शुद्धि यज्ञ
नौ मार्च को होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा के विरोध में छात्रों ने शुक्रवार को छात्रसंघ भवन के सामने बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया।छात्रों का कहना था कि इस महामारी में 900 किलोमीटर दूर तक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कोरोना काल में छात्र इतनी दूरी तय कर परीक्षा देने में संक्रमण का खतरा है। छात्रों ने शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सदबुद्धि के लिए यज्ञ किया। छात्रों ने कहा बीजेपी सरकार की तानाशाही रवैया कहीं न कहीं छात्र शक्ति को चुनौती देने जैसा है। उधर बिना परीक्षा इविवि में स्नातक अंतिम वर्ष एवं परास्नातक अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को उत्तीर्ण किए जाने की मांग को लेकर 17वें दिन भी क्रमिक अनशन जारी रहा। अजय सम्राट, अजीत यादव, विकास स्वरूप, अरविंद सरोज, सुनील पटेल, मो. सलमान, नवनीत यादव, रोहित सावन, मो. मसूद, विकास यादव, आयुष प्रियदर्शी, सचिन, शिवबली यादव, अवनीश यादव, ऋषभ राजा भैया, विजयकांत विपिन, विकास आदि मौजूद रहे।