प्रयागराज: ऑनलाइन पढ़ाई गरीब मजदूर के बेटे ने कॉपी पर लिखी बेबसी, पापा मोबाइल लेना चाहते हैं, पर पैसे नहीं।
प्राथमिक विद्यालय बड़ी नैनी में कक्षा तीन के छात्र की कॉपी पर लिखी ये लाइनें सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा की हकीकत उजागर करने के लिए पर्याप्त हैं। एक तरफ अफसर शिक्षकों पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बच्चों को पढ़ाने के आदेश पर आदेश दिए जा रहे हैं, दूसरी तरफ हकीकत यह है कि अधिकांश बच्चों के पास स्मार्टफोन ही नहीं है। ऐसे में एक आठ साल के इस बच्चे रोहन ने अपनी कॉपी पर जो कुछ लिखा, उसे पढ़कर किसी का भी दिल रो पड़ेगा।
बच्चे ने अपनी जो बेबसी बयां की है, उसके अंश कुछ यूं हैं- मेरी अध्यापिका ऑनलाइन से वर्क भेजती हैं लेकिन मेरा जियो वाले मोबाइल का बटन खराब है। इसी वजह से मैं और मेरी दीदी वर्क नहीं कर पाते। मेरे पापा मोबाइल खरीदना चाहते हैं लेकिन पापा के पास पैसे नहीं है। इसी वजह से मेरे पापा रोज लेबर के काम में जाते हैं लेकिन कभी-कभी कभी मेरे पापा को काम नहीं मिलता तो दूसरे से उधार लेकर शाम का खाना बनता है और मेरे पापा को काम मिलता है तो किश्त में उधार दे देते हैं।
दर्द और बेबसी
- आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे ने स्कूल की कॉपी पर लिखी अपनी बेबसी
- वायरल हो रहा दो पन्ने का लेटर, प्राथमिक विद्यालय बड़ी नैनी का है छात्र
- पुराने फोन का बटन खराब, छात्र और उसकी बहन नहीं कर पाते पढ़ाई
- स्वाभिमानी पिता शिक्षिका से मदद लेने से कई बार कर चुका है इनकार
स्कूल की शिक्षिका मनप्रीत सोढ़ी ने बताया कि बच्चा और उसकी बहन पढ़ने में बहुत तेज हैं। कई बार उनके अभिभावकों को आर्थिक मदद देने की भी कोशिश की लेकिन स्वाभिमानी पिता ने मदद लेने से इनकार कर दिया। कई बार चुपके से मनप्रीत सोढ़ी ने बच्चों के फोन को रिचार्ज कराया ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो।