आगरा : एक नाम पर दो शिक्षिकाओं की तैनाती, शिक्षा विभाग दो महीने में तय नहीं कर पाया सही कौन ?
एक आगरा जिले में तो दूसरी कन्नौज में तैनात, नोटिस के बाद भी शिक्षिका ने नहीं दिखाए प्रमाणपत्र
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आगरा परिषदीय बेसिक स्कूल में एक ही रिकॉर्ड (संतोष कुमारी के) पर दो शिक्षिकाओं की तैनाती है। एक आगरा जिले में तो दूसरी कन्नौज जिले में तैनात है। बेसिक विभाग करीब दो माह से मामले की जांच कर रहा है। अभी तक यह तय नहीं कर पाया है कि दोनों में कौन सही है और कौन फर्जी। शिक्षिका ने नोटिस के बाद भी अपने प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं किए हैं जून माह में वित्त एवं लेखाधिकारी (एओ), बेसिक शिक्षा के सामने दो मामले आए थे। इसमें मनोज कुमार और संतोष कुमारी के पैन कार्ड संख्या एक ही पाई गई थी। मनोज कुमार की तैनाती सैंया के उच्च प्राथमिक विद्यालय, जाजऊ में है। इसी नाम के शिक्षक की तैनाती कासगंज के एक स्कूल में है।
दोनों की पैन संख्या एक
दोनों की पैन संख्या एक पाई गई। बाकी रिकॉर्ड अलग थे। वहीं, संतोष कुमारी एत्मादपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय, मितावली में हैं। इस नाम की एक शिक्षिका की तैनाती कन्नौज में भी मिली। दोनों की पैन संख्या के साथ जन्मतिथि भी एक थी। बस नियुक्ति तिथि अलग थी, वर्ष एक ही है।वित्त एवं लेखाधिकारी (एओ) ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को मामले की जानकारी दी और जांच कराने के लिए लिखा था। बीएसए ने दोनों को नोटिस जारी कर अपने प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा। मनोज कुमार ने अपने साक्ष्य दिए। बताया गया कि वो एटा के जिस विद्यालय में पहले तैनात थे, उसमें उसी नाम से एक शिक्षक और थे। पैन संख्या एक दिखने को उन्होंने फीडिंग की गलती बताई। विभाग की प्राथमिक जांच में यह सही भी पाया गया है। संतोष कुमारी न तो सामने आईं न ही साक्ष्य दिए।
एओ बेसिक से मांगा है रिकॉर्ड
बीएसए राजीव कुमार यादव ने बताया कि मनोज कुमार ने अपने साक्ष्य दिए हैं, संतोष कुमारी अपना पक्ष रखने के लिए सामने नहीं आई हैं, कार्रवाई के लिए एओ बेसिक से उनका वेतन जारी करने आदि का रिकॉर्ड मांगा है। रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।
कन्नौज के एओ बेसिक की रिपोर्ट का इंतजार
एओ बेसिक शिक्षा पंकज सिंह ने कहा कि मनोज कुमार की जानकारी कासगंज से की गई है, पैन संख्या की फीडिंग में गलती हुई थी। संतोष कुमारी नाम से एक शिक्षिका कन्नौज में भी तैनात है। उसने वहां की जांच समिति के सामने अपने साक्ष्य रखे हैं। जिले में तैनात शिक्षिका और उसके रिकॉर्ड एक हैं। कन्नौज के एओ ने यह जानकारी मौखिक रूप से अभी दी है। रिपोर्ट आने के बाद उसे बीएसए को भेज दिया जाएगा।
20 साल बाद पकड़ में आया मामला
संतोष कुमारी की जिले में नियुक्ति की तिथि 27 मार्च 1999 और कन्नौज में 15 नवंबर 1999 से है। 20 वर्ष के बाद मामला पकड़ में आया है। इसमें अभी विभाग को तय करना है, कौन सही है और कौन फर्जी।