गोरखपुर। आगरा विश्वविद्यालय की जाली डिग्री लगाकर नौकरी कर रही शिक्षिका रिंकू बाला सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। वे भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गुलरिहा में पदस्थ थीं।जिले में इस विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री लगाने वाले शिक्षकों की संख्या अब छह हो गई है। जल्द ही इन सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही वेतन रिकवरी की कार्रवाई शुरू की जाएगी। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एसआईटी और एसटीएफ की ओर से जांच की जा रही है। इसमें आगरा विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने वालों पर विशेष नजर है। प्रदेश स्तर पर भी इनकी जांच की जा रही है। बीते दिनों एसआईटी ने शिक्षिका रिंकू के प्रमाणपत्रों के फर्जी होने की जांच की। एसआईटी ने गोरखपुर के बेसिक शिक्षा विभाग को भी रिकॉर्ड जांचने की जिम्मेदारी दी। प्राथमिक जांच के दौरान दस्तावेज संदिग्ध मिले। इसपर उन्हें निलंबित करते हुए वेतन आहरण पर रोक लगा दी गई है। मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को नामित किया गया। शिक्षिका के दस्तावेज का सत्यापन कराने पर आगरा विश्वविद्यालय से हासिल की गई डिग्री फर्जी निकली। इसी आधार पर शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है।
अब तक 84 पर कार्रवाई
जांच में अब तक 54 फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं। वहीं 30 शिक्षक निलंबित किए गए हैं। इनके अलावा 15 से अधिक शिक्षकों के खिलाफ शिकायतों की जांच चल रही है।
42 से अधिक शिक्षकों पर मुकदमा
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर बर्खास्त शिक्षकों में से 42 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। 29 शिक्षकों से वेतन रिकवरी की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।
आगरा विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री हासिल करने वाली भटहट ब्लॉक की शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा व वेतन रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।- बीएन सिंह, बीएसए