लखनऊ : अनलॉक 4 स्कूलों में तैयारियां शुरू, बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ इस तरह के विशेष इंतजाम
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ |
अनलॉक 4 स्कूलों में छात्रों के आने को मंजूरी मिली। कक्षा 9 से 12 के ऐसे छात्र जो अपने शिक्षकों से कुछ पूछना चाहते हैं, वह अपने अभिभावकों की अनुमति के साथ स्कूल जा सकते हैं। 21 सितंबर से स्कूलों में 50% टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ बुलाने की भी अनुमति मिल गई है। इन सब के मद्देनजर शहर के स्कूलों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्कूल प्रबंधन अपने अपने स्तर पर बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने के दावे कर रहे हैं। तैयारियों पर विशेष रिपोर्ट।
तीन घंटे का होगा स्कूल
लखनऊ पब्लिक स्कूल की निदेशक रश्मि पाठक ने बताया कि अधिकतम 50% बच्चों को एक साथ स्कूल में आने की परमिशन मिलेगी। स्कूल भी सिर्फ 3 घंटे के लिए चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों के लिए मास्क और ग्लव्स पहनना अनिवार्य होगा। बच्चे पब्लिक ट्रांसपोर्ट से नहीं आएंगे। स्कूल में प्रवेश से पहले उनके टेंपरेचर की जांच होगी। स्कूल की सभी शाखाओं में कोरोना हेल्पडेस्क बनाई जाएगी। स्कूल में सैनिटाइजेशन टनल भी लगाया जा रहा है। निदेशक रश्मि पाठक ने बताया कि नियमित कक्षाएं स्कूल में चलाने की जब भी सरकार अनुमति देगी, तब दो शिफ्ट में स्कूल को चलाया जाएगा। आधे बच्चे पहली शिफ्ट में आधे बच्चे दूसरी से पढ़ाई करेंगे।
एक क्लास में अधिकतम 15 से 20 बच्चे
राजधानी के बजट प्राइवेट स्कूलों ने भी छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं। सक्सेना इंटर कॉलेज के प्रबंधक पंकज सक्सेना ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने एक क्लास में अधिकतम 15 से 20 बच्चों को ही आने की अनुमति दी है। इसके अलावा स्कूल के सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। छात्रों को भी अपने घर से मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर लेने को कहा जाएगा। कोविड 19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
एसोसिएशन ने भी दो शिफ्ट में चलाने का दिया सुझाव : अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की ओर से उप मुख्यमंत्री को बीते दिनों भेजे गए एक पत्र में स्कूल को दो शिफ्ट में चलाने का प्रस्ताव रखा गया। अगर बच्चे स्कूल आते हैं तो कक्षा में छात्रों को अलग-अलग सेक्शन में विभाजित करने, सभी स्कूल कैंपस में सैनिटाइजेशन की उचित व्यवस्था करने और बच्चों की सेफ्टी को विशेष तौर पर वरीयता देने का सुझाव रखा गया है।