देवरिया : स्कूल खुलने का इंतजार किए बगैर प्रधानाध्यापक ने शुरू करा दी पढ़ाई, सस्पेंड
कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलों की बंदी अभी जारी है लेकिन देवरिया के एक प्रधानाध्यापक ने बच्चों को बुलाकर पढ़ाई शुरू करा दी। प्रधानाध्यापक को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। बीईओ ने प्रधानाध्यापक के निलंबन की संस्तुति के साथ ही सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
देवरिया के देसही क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय शामपुर में कोविड-19 में प्रतिबंध के बावजूद बच्चों को बुलाकर पढ़ाने का फोटो वायरल हो गया। जानकारी होने पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ज्ञानचंद्र मिश्र ने बुधवार को विद्यालय का निरीक्षण किया। 12:48 मिनट पर विद्यालय का गेट बंद मिला। मौके पर मिले ग्रामीणों से बीईओ ने पूछताछ की तो स्कूल में बच्चों को बुला कर कक्षाएं चलाने का मामला सही पाया गया। एक ग्रामीण ने बताया कि उसके घर के पांच बच्चे पढ़ने आते हैं, जिसमें से तीन बच्चे बुधवार को भी स्कूल गए थे लेकिन एमडीएम का भोजन नहीं मिलता है।
इस पर बीईओ ने प्रधानाध्यापक को फोन कर मौके पर बुलाया। विद्यालय खुलने के बाद उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण में विद्यालय से जाने के समय का हस्ताक्षर बना पाया गया। गांववालों ने बताया कि विद्यालय 11:30 बजे तक खुलता है। बीईओ के सवाल पर प्रधानाध्यापक प्रतिबंध के बावजूद बच्चों को बुलाकर पढ़ाने का स्पष्ट कारण नहीं दे सके। सहायक अध्यापक ने खंड शिक्षा अधिकारी से कहा कि बच्चों को प्रधानाध्यापक बुलाते हैं। बीईओ ने प्रतिबंध में बच्चों को बुलाने और विद्यालय की उपस्थिति पंजिका में अग्रिम हस्ताक्षर बनाने के आरोप में प्रधानाध्यापक जुल्फेकार खां को निलंबित करने की संस्तुति की। इसके साथ ही सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र जमीर आलम सिद्दिकी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
प्राथमिक विद्यालय शामपुर में बच्चों को पढ़ाने की फोटो वायरल हुई थी। मौके पर 12:48 पहुंचा तो विद्यालय बंद मिला। ग्रामीणों से जानकारी मिली कि स्कूल में रोज बच्चे पढ़ने आते हैं। कोविड-19 में स्कूल खोलने पर अभी प्रतिबंध है। यह एक गंभीर मामला है। नियमों का उल्लघंन करने पर प्रधानाध्यापक के निलंबन की संस्तुति बीएसए स्तर से की जा रही है। सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र को नोटिस जारी किया जा रहा है।