बरेली : सहायक अध्यापिका व शिक्षा मित्र में मारपीट, चप्पले चलीं
हिन्दुस्तान टीम,बरेली |
दुनका के हल्दी कलां के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका और महिला शिक्षा मित्र में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने एक-दूसरे को चप्पलें उतारकर पीटना शुरू कर दिया। ग्रामीणों को सूचना मिली तो उन्होंने स्कूल पहुंचकर दोनों को अलग किया। दोनों ने दुनका चौकी पहुंचकर पुलिस से शिकायत की लेकिन तहरीर नहीं दी पर बीईओ से मामले की लिखित शिकायत की है। बताया जा रहा है कि दोनों में काफी दिनों से मनमुटाव चल रहा है।
ब्लॉक शेरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय हल्दीकलां में शनिवार को शिक्षा मित्र एवं सहायक अध्यापिका अलग-अलग कमरों में बैठे थे। शिक्षिका के कमरे में कुछ बच्चे थे। शिक्षा मित्र बच्चों की वीडियो बनाने लगीं। शिक्षिका ने विरोध किया तो दोनों में विवाद शुरू हो गया। कहासुनी के बाद दोनों में मारपीट शुरू हो गई। कुछ देर बाद एक ने चप्पल निकाली तो दूसरे ने भी चप्पल निकाल ली। दोनों चप्पलों से एक-दूसरे को पीटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि घटना के समय कक्षा पांच के छात्र स्कूल में थे। इस बीच शिक्षा मित्र का मोबाइल टूट गया। हंगामा बढ़ने पर पड़ोस के ग्रामीण स्कूल पहुंच गए। उन्होंने दोनों को अलग किया। घटना के बाद शिक्षा मित्र और शिक्षिका पुलिस चौकी पहुंचीं। शिक्षा मित्र हल्दीकलां गांव में एवं सहायक अध्यापक मिलक, रामपुर में रहती हैं। सूचना मिलने पर शिक्षिका के पति चौकी पहुंचे। दोनों पक्षों ने चौकी पुलिस ने मामले की शिकायत की। कुछ लोगों ने चौकी पर पहुंचकर समझौता कराने की कोशिश की तब दोनों चौकी से लौट गए। पुलिस को तहरीर नहीं दी। दोनों ने मामले की लिखित शिकायत बीईओ शेरगढ़ से की है। शिक्षा मित्र ने बताया कि सहायक अध्यापिका दो दिन से बच्चों को स्कूल बुला रही थीं। शनिवार को नौ बच्चे स्कूल आए थे। एक दिन पहले मैंने बच्चों को कोरोना महामरी में स्कूल बुलाने से मना किया था। मैं खिड़की से बच्चों की वीडियो बनाने लगी। शिक्षिका ने कहा कि कमरे के अंदर आकर बना ले। मैं कमरे के अंदर गई तो कहने लगी बाहर निकल। स्कूल क्या तेरे बाप का है। उन्होंने मुझे धक्का मारा। हाथ से मोबाइल गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। उसके बाद टीचर ने मेरे साथ मारपीट की।
शिक्षिका ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर रीड एलांग एप बच्चों के मोबाइल में इंस्टाल किए थे। 17 बच्चों के पास मोबाइल थे। जिनके पास मोबाइल नहीं हैं उन्हें स्कूल बुलाकर उड़ान प्रतियोगिता की तैयारी कराई जा रही है। शनिवार को दो बच्चों को स्कूल बुलाया था। एक को 12 बजे, दूसरे को एक बजे। कक्षा पांच का सचिन मेरे पास आया तो शिक्षा मित्र वीडियो बनाने लगीं। मना करने पर अभद्रता कर मारपीट की। मुझे चोट भी लगी है।
मैं शनिवार को छुट्टी पर था। ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता के बारे में शिक्षकों से पूछने को बच्चे अक्सर स्कूल आ जाते हैं। कुछ समझ नहीं आया कि उनमें विवाद कैसे हो गया। दोनों में पहले से मनमुटाव चल रहा है। दोनों अलग अलग कमरों में बैठती हैं।
-कैलाश चंद्र प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय हल्दीकलां