लखनऊ : 'फीस न दे पाने वालों के नाम नहीं काटे, एजुकेशन वॉरियर्स में डिप्टी सीएम ने स्कूलों से की अपील, कार्यक्रम में डॉ. दिनेश शर्मा ने बेहतर काम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया।
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा है कि जो लोग सक्षम हैं वे स्कूलों की फीस दें, लेकिन जो किन्हीं वजहों से फीस नहीं दे पा रहे हैं, उनके लिए स्कूल रियायत वरतें और क्या का नाम न काटें। उन्होंने ये वातें एनबीटी और टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा कोविड-19 की वदली परिस्थितियों में बेहतर काम करने वालों के सम्मान समारोह और परिचर्चा 'एजुकेशन वॉरियर्स' में कहीं।
पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के कैंप कार्यालय के सभागार में बुधवार को हुए कार्यक्रम में डॉ. शर्मा ने कहा कि लखनऊ की प्रबंधक असोसिएशन पहली ऐसी असोसिएशन है, जिसने फैसला लिया है कि वह 20% फीस कम करेगी। मैकाले शिक्षा पद्धति का अंतः नई शिक्षा नीति पर डॉ.शर्मा ने कहा कि यह मैकाले की शिक्षा पद्धति के अंत की शुरुआत है। सवा दो लाख लोगों के सुझाव के साथ इसे 21 से गाइडेंस के लिए स्कूल खुलना मुश्किल
लखनऊ : नौवीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के गाइडेंस के लिए 21 सितंबर से स्कूल खुलना मुश्किल है। शिक्षा विभाग का कहना है कि संक्रमण की यही स्थिति रही तो स्कूल खोलना संभव नहीं होगा। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि 15 सितंबर के बाद इस पर फैसला किया जाएगा।
तैयार किया गया है । नीति में व्यक्स्था है कि विदेशी विश्वविद्यालयों के ऑफ कैंपस यहां खोले जाएंगे और यहां के वेहतर शिक्षण संस्थानों के ऑफ कैंपस विदेश में आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले ग्रुप में बदलने का फैसला अभिनव प्रयोग है। हमने यूपी में इसे
लागू करने के लिए टास्क फोर्स वनाई है। सिलेबस को गतिशील बनाएगी नई शिक्षा नीति'