मिर्जापुर : तबादला प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डालने से आक्रोश
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के तबादले को लेकर शिक्षा निदेशालय के प्रस्ताव को शासन की ओर से ठंडे बस्ते में डाले जाने से शिक्षक आक्रोशित हैं। लंबे से स्थानांतरण की मांग कर रहे माध्यमिक शिक्षकों के स्थानांतरण के शासन की ओर से स्थानांतरण नीति तय होने के बाद भी प्रदेश भर के शिक्षकों के स्थानांतरण का डाटा तैयार नहीं किया। शिक्षकों और विद्यालयों का डाटा तैयार नहीं होने और स्थानांतरण के लिए साफ्टवेयर नहीं बनाए जाने से एक फरवरी 2020 से शुरू होने वाली स्थानांतरण प्रक्रिया पर सवाल खड़ा हो गया है। माता प्रसाद माता भीख इंटर कालेज में आयोजित बैठक में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ पांडेय गुट मीरजापुर के अध्यक्ष रमेश कुमार द्विवेदी ने कहा।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लंबे अर्से से घरों से दूर नौकरी कर रहे शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए नीति तो तय कर दी परंतु ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल अथवा साफ्टवेयर तैयार नहीं किए जाने से स्थानांतरण की प्रक्रिया संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ 31 मार्च 2020 तक रिक्त पदों का अधियाचन माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा मंगा कर लगभग 17000 टीजीटी पीजीटी एवं प्रधानाचार्य के पदों को विज्ञापित करने की तैयारी चल रही है। ऐसी स्थिति में स्थानांतरण किन पदों के सापेक्ष होगा यह बात समझ से परे है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ मीरजापुर मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से मांग करता है कि पहले स्थानांतरण की प्रक्रिया शीघ्र अति शीघ्र पूरी करके तब रिक्त पदों का विज्ञापन किया जाए। साथ ही स्थानांतरण नीति को और सरल एवं स्पष्ट बनाया जाए। बैठक में उमाशंकर पांडेय, पवन उपाध्याय, प्रमोद कुमार मिश्र, प्रेमचंद यादव, रविशंकर ओझा, जगदीश प्रसाद, मनोज सिंह आदि रहे।