लखनऊ : उच्च शिक्षा ज्यादा ई-कंटेंट अपलोड पर शिक्षक होंगे पुरस्कृत, विद्यादान के रूप में मनाया जाएगा सितम्बर व अक्टूबर माह।
डिजिटल लाइब्रेरी : • पांच सितंबर से पोर्टल क्रियाशील, डिजिटल लाइब्रेरी दिया गया नाम।
ई-कंटेंट पोर्टल पर विवि व कॉलेजों के शिक्षक अपलोड कर रहे।
डिजिटल लाइब्रेरी : • पांच सितंबर से पोर्टल क्रियाशील, डिजिटल लाइब्रेरी दिया गया नाम।
ई-कंटेंट पोर्टल पर विवि व कॉलेजों के शिक्षक अपलोड कर रहे।
लखनऊ : अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग ने बताया कि सितंबर व अक्तूबर माह को 'विद्यादान माह' के रूप में मनाए जाने का फैसला किया गया है। इस माह के दौरान उच्च शिक्षा की डिजिटल लाइब्रेरी में अधिक से अधिक संख्या में ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले शिक्षकों और उनकी शिक्षण संस्थाओं को पुरस्कृत किया जाएगा यह पुरस्कार 6 श्रेणियों में दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के मार्गदर्शन में नई शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन का कार्य प्रगति पर है। विभाग ने एनआईसी के सहयोग से रिकार्ड समय (दो माह) में ई-कंटेंट पोर्टल विकसित किया है। इसमें पर सभी राज्य व निजीविश्वविद्यालयों तथा राजकीय, सहायता प्राप्त व निजी महाविद्यालयों के शिक्षकों ने स्वेच्छा से गुणवत्तापरक ई-कन्टेन्ट अपलोड कर रहे हैं। यह पार्ट 5 सितंबर से प्रयोगात्मक रूप से क्रियाशील हो गया है, जो यूपी उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है।
अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा ने बताया कि अधिक से अधिक संख्या में ई-कन्टेन्ट अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित करने को 6 श्रेणियों में शिक्षण संस्थाओं एवं शिक्षक को पुरस्कृत किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस श्रेणी में राज्य और निजी विश्वविद्यालय की कैटेगरी के तहत सबसे अधिक ई कन्टेट अपलोड करने वाले तीन राज्य व निजी विवि, राज्य विवि की कैटेगरी में अपने से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के शिक्षकों को प्रेरित करते हुए उनसे अधिक से अधिक ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले तीन राज्य विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों की कैटेगरी में राजकीय महाविद्यालय, अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय तथा स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में से सबसे अधिक संख्या में ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले 7 महाविद्यालयों तथा नोडल विवि की कैटेगरी में ई-कन्टेन्ट विकसित करने के लिए विषयवार चयनित नोडल विवि में से तीन को पुरस्कृत किया जाएगा। विषयवार कैटेगरी में प्रत्येक विषय में सबसे अधिक-कंटेंट अपलोड करने वाले 2 शिक्षक तथा सभी विषयों की कैटेगरी में पूरे प्रदेश में 10 शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा।