वाराणसी : वित्तीय अनियमितता में फंसे हेडमास्टर निलंबित, कंपोजिट ग्रांट का दुरुपयोग करने का आरोप, जांच समिति गठित
वाराणसी : कंपोजिट ग्रांट का दुरुपयोग करने व दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं करने के आरोप में बीएसए राकेश सिंह ने शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय (चिरईगांव) के प्रधानाध्यापक राजाराम गुप्त को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही उन्हें चोलापुर ब्लॉक से संबद्ध कर दिया है।
पूरे प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। जांच समिति के सदस्यों में सेवापुरी के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) डीपी सिंह, चिरईगांव के बीईओ रामटहल व बड़गांव के बीईओ रमाकांत सिंह से 15 दिनों में रिपोर्ट मांगी है।
दूसरी ओर निरीक्षण के दौरान पांच विद्यालयों में 12 शिक्षक बगैर सूचना के गायब मिले। इसमें आठ शिक्षक, दो अनुदेशक, दो शिक्षामित्र के अलावा एक परिचारक भी शामिल हैं। बीएसए ने सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व परिचारक का एक दिन का वेतन अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है। वहीं कंपोजिट विद्यालय (चमांव) में अनुदेशक प्रदीप कुमार पटेल पर उपस्थिति पंजिका पर जबरदस्ती हस्ताक्षर बनाने और गायब होने का आरोप है। इसे देखते हुए बीएसए ने प्रदीप कुमार का अगले आदेश तक के लिए वेतन रोक दिया है। दूसरी ओर संविलियन विद्यालय (शाहपुर) के छह सहायक अध्यापकों व एक परिचारक, प्राथमिक विद्यालय (दानगंज-प्रथम) दो अध्यापिकाओं, प्राथमिक विद्यालय (कोईरान) में चार शिक्षकों, कंपोजिट विद्यालय (चमांव) में दो अनुदेशकों तथा प्राथमिक विद्यालय (विष्णुपुरा) दो शिक्षामित्र का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया है।
’>>कंपोजिट ग्रांट का दुरुपयोग करने का आरोप, जांच समिति गठित
’>>पांच स्कूलों में गायब मिले 12 शिक्षक, एक दिन का वेतन रोका