लखनऊ : ढुलमुल रवैये के कारण पिछले 20 वर्षों में मंजूर हुए काम नहीं हो पाए शुरू
530 प्राइमरी स्कूल और 215 जूनियर हाईस्कूलों के निर्माण को लेकर भी की गई लापरवाही -रिपोर्ट तलब
विशेष संवाददाता--राज्य मुख्यालय काम मंजूर हुए 2001 से 2017-18 तक लेकिन इनकी शुरुआत अब तक नहीं हुई।बेसिक शिक्षा विभाग में मंजूर हुए इन कामों को अब तक शुरू न कर पाने पर केंद्र सरकार ने नाराजगी जाहिर की है। ये काम 2001 से 2017-18 तक मंजूर किए गए लेकिन इनमें प्रगति शून्य है। यहां तक कि 530 प्राइमरी स्कूल और 215 जूनियर हाईस्कूलों के निर्माण को लेकर भी लापरवाही बरती गई। लिहाजा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए रिपेार्ट तलब की है। उन्होंने कहा है कि इस तरह प्रदेश सरकार की छवि धूमिल होती है। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक निर्माण उत्तरदायी हैं। यदि वे सजगता से निरीक्षण और पर्यवेक्षण करते तो इस तरह की स्थितियां नहीं होती। उन्होंने कामों का विवरण देते हुए कहा है कि इन कामों के मंजूर होने का वर्ष, ब्याज समेत धनराशि, काम शुरू न होने कारण समेत अन्य बिन्दुओं पर रिपोर्ट मांगी है। श्री आनंद ने निर्देश दिए हैं कि यदि इसके लिए अतिरिक्त धनराशि की जरूरत है तो वह भी बताया जाए। यहां तक कि इन कामों में स्कूलों का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं करवाया गया। 530 प्राइमरी स्कूल और 215 जूनियर हाईस्कूलों को बनवाना भी शुरू नहीं किया गया। 4689 स्कूलों तक बिजली का काम शुरू भी नहीं हुआ है। इसी तरह 201 इंसीनरेटरों को नहीं लगाया गया। बालकों के 1305 शौचालय का काम शुरू नहीं हुआ है। 1512 अतिरिक्त कक्षाकक्ष का निर्माण भी शुरू नहीं कराया गया।