अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। मानव संपदा पोर्टल पर सर्विस रिकार्ड की जानकारी अपलोड करने से आनाकानी करने वाले 248 शिक्षकों की जांच एसटीएफ करेगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को चिंहित कर लिया है। साथ ही आखिरी बार 10 नवंबर तक रिकार्ड अपलोड करने का अल्टीमेटम दिया है।तय समय तक जानकारी न देने वाले शिक्षकों को संदिग्ध माना जाएगा। साथ ही उनकी सूची बनाकर एसटीएफ को जांच के लिए भेजी जाएगी। शासन स्तर से इसे लेकर जारी आदेश गोरखपुर के बेसिक शिक्षा विभाग में भी पहुंच गया है। जिले में 248 शिक्षकों ने अभी तक पोर्टल पर विवरण अपलोड नहीं कराया है। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के नौकरी से संबंधित विवरण को मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। विभाग के मुताबिक पोर्टल पर विवरण अपलोड होने के बाद विभाग में फर्जी शिक्षकों की पहचान हो सकेगी।पोर्टल पर शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व कर्मचारियों का विवरण अपलोड किया जाना है। पोर्टल पर विवरण अपलोड करने के लिए विभाग ने कई बार समय बढ़ाया। इसके बावजूद विवरण अपलोड करने को लेकर शिक्षक लापरवाही बरतते रहे। अब शासन ने इनसे सख्ती से निपटने का फैसला किया है।
*7500 शिक्षक तो तीन हजार शिक्षामित्र हैं कार्यरत*
जिले में परिषदीय विद्यालयों में 7500 शिक्षक, तीन हजार शिक्षामित्र व साढ़े पांच सौ अनुदेशक हैं। इसके अलावा 250-300 कर्मचारी हैं। जिले में 97 प्रतिशत शिक्षकों व कर्मचारियों का विवरण अपलोड हो चुका है। 248 का विवरण पोर्टल पर आना बाकी है। अब बेसिक शिक्षा परिषद ने इसको भलेकर दस नवम्बर की आखिरी समय सीमा तय की है।बीएसए बीएन सिंह ने कहा कि जिले में 97 प्रतिशत शिक्षकों व कर्मचारियों का विवरण पोर्टल पर अपलोड हो चुका है। 248 शिक्षकों ने अब तक विवरण क्यों नहीं दर्ज कराया है इसकी खंड शिक्षाधिकारियों से ब्लॉकवार जानकारी मांगी गई है। अगले कुछ दिनों में शत-प्रतिशत विवरण अपलोड करा लिया जाएगा।