लखीमपुरखीरी : कंपोजिट ग्रांट 3 सालों की जांच को पहुंची परिषदीय स्कूलों में टीम
लखीमपुर-खीरी । पिछले तीन सालों से बेसिक के स्कूलों को कंपोजिट ग्रांट दी जाती है। इस ग्रांट से स्कूलों में व्यवस्थाएं की जाती हैं। इसमें रंगाई-पुताई, विद्युतीकरण, फर्नीचर, पेयजल शामिल हैं। पिछले तीन सालों से स्कूलों को जो कंपोजिट ग्रांट दी गई है उसकी जांच शुरू हो गई है। राज्य परियोजना कार्यालय ने अवर अभियंताओं की टीम नामित की है। इस टीमने जिले में पहुंचकर जांच शुरू कर दी। सोमवार को नकहा बीआरसी व स्कूलों को पहुंचकर टीम ने जांच की।
वर्ष 2017-18 से वर्ष 2019-20 तक तीन सालों में स्कूलों को जो कंपोजिट ग्रांट दी गई है उससे कौन-कौन से काम कराए गए हैं। नई तकनीक जो अपनाई गई हैं उनका क्या असर है आदि की जांच को राज्य परियोजना कार्यालय ने सभी जिलों के लिए टीमें गठित की हैं। इसमें सम्बंधित जिले के डायट प्राचार्य और दो अवर अभियंताओं की टीम शामिल है। जिले में पहुंची टीम ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को टीम ने नकहा क्षेत्र में जाकर जांच की। नकहा बीआरसी पर पहुंची टीम ने यहां स्टाफ से दीक्षा एप, मानव संपदा पोर्टल आदि के बारे में पूछा इसके अलावा स्टाफ व एमपी से सवाल भी पूछे और सुधार के लिए सुझाव भी जाने।जाने दो सौ से पांच सौ छात्र संख्या वाले स्कूलों में प्राथमिकता से की जा रही है। नकहा बीईओ अमित वर्मा ने बताया कि टीम ने सोमवार को पहुंचकर जांच की। बीआरसी पर भी टीम पहुंची।