लखनऊ : एक समान एक योग्यता वाले पदों के लिए एक भर्ती परीक्षा, मुख्यमंत्री के समक्ष अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रखा प्रस्ताव
प्रमुख संवाददाता- राज्य मुख्यालय उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एक समान एक योग्यता वाले पदों पर एक भर्ती परीक्षा कराने की योजना पर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इस संबंध में प्रस्तुतीकरण हो चुका है। आयोग का मानना है कि इस तरह से भर्ती परीक्षा आयोजित कराने से चयन प्रक्रिया जल्द पूरी हो सकेगी और युवाओं को विकल्प के अधिक मौके मिलेंगे।
योग्यता के आधार पर परीक्षा
मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती परीक्षाओं के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। उनके पास रिक्त पदों पर भर्तियों के लिए विभागों से प्रस्ताव प्राप्त होने शुरू हो गए हैं। आयोग पदवार और योग्यतावार विज्ञापन निकालने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। उदाहरण के लिए स्नातक योग्यता और इंटरमीडिएट योग्यता वाले पदों का विज्ञापन अलग-अलग निकाले जाने का विचार है। आयोग का मानना है कि इससे युवाओं को आवेदन करने में आसानी होगी। इससे स्नातक वाले इस वर्ग में और इंटरमीडिएट वाले अपने वर्ग में आवेदन कर सकेंगे।35019 पदों पर भर्ती का प्रस्तावअधीनस्थ सेवा चयन आयोग में अब तक 35019 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव मिल चुका है। आयोग इन पर भर्ती के लिए पदवार मिलान करा रहा है।आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने मुख्यमंत्री के समक्ष एक या दो परिणाम के आधार पर विभिन्न विभागों की मुख्य परीक्षा कराए जाने का प्रस्ताव रखा है। आयोग ने यह भी बताया है कि उसके पास अभी तक 35019 पदों पर भर्ती के जो प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उनके लिए विज्ञापन निकालने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी, जिससे छह माह में भर्ती संबंधी प्रक्रिया पूरी करते हुए विभागों को पात्रों की सूची भेजी जा सके वास्तविक जरूरत का आकलन करेंमुख्यमंत्री ने अधिनस्थ सेवा चयन आयोग को निर्देश दिया है कि जो भी प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उसकी समीक्षा कर सही संख्या का आकलन कर लिया जाए, जिससे वास्तविक जरूरत के आधार पर पदों को भरा जा सके। आयोग मुख्यमंत्री के इस निर्देश के आधार पर भी पदों का परीक्षण कर रहा है। इसके आधार पर ही विज्ञापन निकाले जाएंगे।