मिर्जापुर : अब बच्चों की उनके घरों पर ही चलेंगी कक्षाएं, परिषदीय स्कूलों के मास्टर साहब घर-घर जाकर पढ़ाएंगे बच्चों को
मीरजापुर : अब बच्चों की उनके घरों पर ही कक्षाएं चलेंगी। परिषदीय स्कूलों के मास्टर साहब घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे। हांलाकि विभागीय योजना स्वैच्छिक है। शिक्षक अपनी स्वेच्छानुसार एक घर में अधिकतम पांच बच्चों को ही एक साथ पढ़ा सकेंगे, जिससे कोविड 19 से बचाव भी हो सके और निर्वाध रूप से बच्चों की पढ़ाई हो सके। इसका मकसद शिक्षण सामग्री पहुंचाने के साथ ही इन बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना भी है।
योजना के तहत शिक्षक अपने स्कूल से बाहर निकलकर घर-घर जाकर अधिकतम पांच-पांच बच्चों का समूह बनाकर पठन-पाठन के साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान कराएंगे। साथ ही राज्य स्तर से ई पाठशाला फेज 2 से प्राप्त शिक्षण सामग्री को शिक्षक अभिभावकों व उनके बच्चों तक पहुंचाएंगे। वर्तमान समय में जनपद में 1611 प्राथमिक विद्यालय व 599 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 06 मल्टी स्टोरी विद्यालयों में लगभग 2,78,000 बच्चे पंजीकृत हैं। कोविड 19 के चलते परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इन बच्चों के अभिभावकों के पास मल्टी मीडिया मोबाइल न होने के कारण वर्तमान समय में लगभग 17 फीसद बच्चे ही विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा बनाए गए व्हाटसएप ग्रुप से जुड़ पाए हैं।
कोविड 19 के चलते परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इन बच्चों के अभिभावकों के पास मल्टी मीडिया मोबाइल न होने के कारण वर्तमान समय में लगभग 17 फीसद बच्चे ही विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा बनाए गए व्हाटसएप ग्रुप से जुड़ पाए हैं। नवागत बीएसए गौतम प्रसाद द्वारा अनूठी पहल शुरू की गई है, इसके तहत अब शिक्षक स्वैच्छिक रूप से परिषदीय स्कूलों में बैठने की बजाए घर-घर जाकर पांच-पांच बच्चों का समूह बनाकर पढ़ाएंगे साथ ही शिक्षण सामग्री का वितरण भी करेंगे।