एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

SCHOOL, CHILDREN : अभिभावक नहीं चाहते बच्चों को स्कूल भेजना, अधिकारी भी अभिभावकों की सहमति के बिना जोखिम लेने को तैयार नहीं

0 comments
SCHOOL, CHILDREN : अभिभावक नहीं चाहते बच्चों को स्कूल भेजना, अधिकारी भी अभिभावकों की सहमति के बिना जोखिम लेने को तैयार नहीं

लखनऊ। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के अभिभावक कोरोना संकटकाल में बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते हैं। अभिभावक स्कूल भेजने के लिए लिखित सहमति देने को तैयार नहीं हैं। उधर, शिक्षा विभाग के अधिकारी और शिक्षण संस्थाओं के प्रधान भी अभिभावकों की लिखित सहमति के बिना स्कूल खोलकर कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहते हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय की ओर से स्कूल खोलने के मुद्दे पर लिए गए फीडबैक में यह बात सामने आई है।

निदेशक ने बताया कि 15 अक्तूबर से स्कूल खोलने के मुद्दे पर उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षकों सहित अन्य संबंधित पक्षों से फीडबैक लिया है। इसमें सामने आया है कि अधिकांश अभिभावक कोरोना संक्रमण के भय से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन में 15 अक्तूबर से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खोलकर पढ़ाई शुरू करने की अनुमति दी गई है, लेकिन सरकार ने बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अभिभावक की लिखित सहमति लेने की व्यवस्था अनिवार्य की है। उन्होंने बताया कि अधिकांश अभिभावक लिखित सहमति देने को तैयार नहीं है। 


अधिकारी भी अभिभावकों की सहमति के बिना जोखिम लेने को तैयार नहीं, हालात ठीक रहे तो दशहरे के बाद खुल सकते हैं स्कूल

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लेंगे राय

निदेशक ने बताया कि आने वाले दिनों में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगी। उन्होंने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षकों से स्कूल खोलने के मुद्दे पर राय ली जाएगी। उसके बाद यदि हालात सामान्य हुए तो ही दशहरे के बाद स्कूल खोलने का निर्णय किया जा सकता है।  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।