हरियाणा : रेवाड़ी में 12 सरकारी स्कूलों के 72 बच्चे मिले कोरोना संक्रमित, स्कूल दो सप्ताह के लिए बंद
रेवाड़ी। एएनआई | दिल्ली-एनसीआर के साथ ही हरियाणा में कोरोना के मामलों तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। रेवाड़ी जिले में बुधवार को 12 सरकारी स्कूलों के 72 बच्चे कोरोना (COVID-19) संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया है। इसके बाद ऐहतियात के तौर पर सभी स्कूलों को दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि जिन स्कूलों में COVID-19 के मामले सामने आए थे, उन्हें दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है। मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। COVID-19 के कारण पूरा सिस्टम बंद नहीं रह सकता। इस दौरान नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा नोडल अधिकारी ने कहा कि त्यौहारी सीजन के कारण आवागमन होता है और लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, इसलिए हमने 12 स्कूलों के 837 छात्रों का टेस्ट किया था, जिनमें से 72 छात्र संक्रमित पाए गए हैं। हम COVID-19 के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए छात्रों का टेस्ट आगे भी जारी रखेंगे। इससे पहले मंगलवार को जींद में भी 11 स्कूलों के 8 शिक्षकों सहित कुल 66 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जींद के के स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि हमारी स्वास्थ्य टीमें सैंपलिंग के लिए रोजाना स्कूलों का दौरा कर रही हैं। हम जल्द ही यहां के सभी स्कूलों में सैंपलिंग पूरी कर लेंगे।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं। सभी सिविल सर्जन्स को कहा गया है कि प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता 30,000 प्रतिदिन तक की जाए। अगर लोग आपके पास नहीं आ रहे तो जगह-जगह जाकर कैंप लगाए जाएं। गौरतलब है कि हरियाणा में 15 नवंबर से स्कूल और कॉलेज फिर से खोले गए हैं। लॉकडाउन के बाद से ही सभी स्कूल और कॉलेज बंद थे और बच्चे घरों पर रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे। हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने बीते दिनों बताया था कि त्योहारों के सीजन और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सर्दी के मौसम में कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना को देखते हुए प्रदेश में लोगों को जागरूक करने, टेस्टिंग में वृद्धि करने और मास्क न पहनने वालों के खिलाफ चालान काटने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में कोविड टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। लोगों को जागरूक करने के लिए जिला स्तरीय आईईसी अभियान लागू किया जा रहा है।