कुशीनगर : शिक्षक बने 22 कांस्टेबल पुलिस विभाग से हुए कार्यमुक्त
पडरौना। खाकी की नौकरी छोड़कर शिक्षक बनने का अरमान रखने वाले सभी 22 कांस्टेबल की अर्जी स्वीकार कर ली गई है। एसपी ने शनिवार को इन सभी को कार्यमुक्त कर दिया। इनके अलावा एक महिला कांस्टेबल ने भी कार्यमुक्ति के लिए आवेदन किया है।
69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में 31222 पदों को भरने के लिए काउंसलिंग में हिस्सा लेने वाले जिले के 22 कांस्टेबल का चयन भी हो गया है। इसके बाद से ही यह सभी कांस्टेबल खाकी की नौकरी छोड़कर शिक्षक बनने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर लिए थे। इन कांस्टेबल ने एसपी कार्यालय में कार्यमुक्ति के लिए आवेदन किया। क्योंकि कांस्टेबल से अधिक वेतन शिक्षक का है और इसकी अपेक्षा अधिक सम्मान भी। एसपी ने आवेदन को स्वीकार करते हुए इन सभी कांस्टेबल को शनिवार को कार्यमुक्त कर दिया। एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन करने वाले सभी कांस्टेबल को कार्यमुक्त कर दिया गया है। इनके अलावा एक महिला कांस्टेबल ने भी कार्यमुक्ति के लिए आवेदन किया था। उसने बीपीएड किया है और फिजिकल ट्रेनर के रूप में चयन हो गया है। उसे भी कार्यमुक्त कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यमुक्ति वाले कांस्टेबल के लिए पुलिस की नौकरी में पुन: वापसी का अवसर खुला रहता है।
दीपावली बाद शुरू हो सकेगा आरटीसी
पडरौना। एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी और कुछ प्रशिक्षु कांस्टेबल के विलंब से मिलने के कारण अभी बहुत से प्रशिक्षुओं का एक माह का जेटीसी (ज्वाइनिंग ट्रेनिंग कोर्स) पूरा नहीं हो सका है। दीपावली तक इनकी यह ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी। इसके अलावा अभी आरटीसी (रिजर्व ट्रेनिंग कोर्स) के लिए ट्रेनर नहीं मिले हैं और न ही क्लास संचालित करने के लिए तैयारी पूर्ण हो पाई है। इस वजह से दीपावली बाद इनका छह माह का रिजर्व ट्रेनिंग कोर्स शुरू कराया जाएगा।