प्रयागराज : उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष बोले-देश में गरीबी व अशिक्षा की लड़ाई में शिक्षकों की भूमिका हैै बेहद अहम
प्रयागराज, जेएनएन। गरीबी से हम सब को लड़ना है। इसके लिए समग्र प्रयास की जरूरत है। खासकर शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को आगे आना होगा। समग्र प्रयास से ही गरीबी व विवशता मेंं जीवनयापन करने वालों को सहारा मिलेगा। यह कहना है उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह का।
गरीबों की मदद के लिए बढ़ाएं हाथ
अनौपचारिक बातचीत में डॉ. सिंह कहते हैं कि कभी भी किसी गरीब का मजाक न उड़ाएं। पूरे देश के लोगों का दायित्व है कि गरीबों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं। हालांकि इसके लिए सरकारें अपना काम करती आई हैं। आगे भी करती रहेंगी। मनुष्य सामाजिक प्राणी है। उसका भी दायित्व है कि संवेदनाओं को जीवित रखे। निजी स्वार्थ से बाहर निकले। हम अपने स्तर पर क्या कर सकते हैं इसपर विचार करने की जरूरत है। जाति, धर्म, पार्टी, क्षेत्र से ऊपर उठकर सोचने ही नहीं करने की भी जरूरत है। गरीब विद्यार्थियों को भी दया नहीं प्रोत्साहन मिलना चाहिए। अच्छी शिक्षा देकर पूरे समाज को स्वस्थ बनाया जा सकता है। इससे सशक्त राष्ट्र की अवधारणा को भी मूर्त रूप दिया जा सकता है।
गरीबी दूर करने का माध्यम शिक्षा
डॉ. एसपी सिंह कहते हैं कि हमारे लिए गौरव व सौभाग्य का विषय है कि शिक्षक मौजूद हैं। समाज को सही दिशा देने, अच्छे नागरिकों का निर्माण करने, आपसी सद्भाव, वैज्ञानिक सोच, नैतिक, संवैधानिक एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने व खुशहाल समृद्ध देश के निर्माण आदि में योगदान देते रहने का गुरुतर दायित्व मिला है। सभी शिक्षकों को इस अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। बेसिक शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यहीं से आधार निर्माण होता है। यदि शुरुआती तौर पर बच्चों को ठीक राह मिल जाए तो भविष्य उज्ज्वल होगा। इसमें अभिभावकों को भी कछ सजग होना पड़ेगा। वे सभी जिम्मेदारियों को शिक्षकों पर न छोड़कर खुद भी प्रयास करें।