गोरखपुर : सीबीएसई ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होगी छमाही परीक्षा, जानिए कैसे
नौवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को बोर्ड ने दिया विकल्प
कक्षा एक से आठवीं तक की ऑनलाइन ही होगी परीक्षा
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की छमाही परीक्षाओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में कराने का फैसला किया है।विद्यार्थी अगर स्कूल आकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा देना चाहते हैं तो दे सकते हैं या घर बैठे ऑनलाइन मोड में परीक्षा दे सकेंगे। वहीं, कक्षा एक से आठवीं के विद्यार्थियों की परीक्षा ऑनलाइन ही होगी। इस संबंध में बोर्ड का आदेश शहर में संचालित 117 स्कूलों में पहुंच गया है।आदेश के मुताबिक परीक्षा शुरू होने से पूर्व विद्यार्थी को अपने स्कूल प्रबंधन को बताना होगा कि वह परीक्षा किस मोड में देना चाहता है। वहीं, इसका कारण भी बताना होगा। संतोषजनक जवाब देने पर बच्चे को ऑनलाइन परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। कोरोना संक्रमण की वजह से आठ महीने की बंदी के बाद से अक्तूबर में नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुले हैं।50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ स्कूल में पढ़ाई की जा रही है। वहीं, 50 फीसदी बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।कक्षा एक से आठवीं के बच्चों की पूरी शिक्षा ऑनलाइन क्लास पर टिकी है। स्कूल प्रबंधन किसी तरह बच्चों का साल बर्बाद होने से बचाने में जुटे हैं। अमूमन प्रत्येक वर्ष छमाही परीक्षाओं का आयोजन अक्तूबर तक संपन्न हो जाता है, मगर कोरोना संकट की वजह से सत्र 2020-21 में नवंबर तक परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है।
*पहली बार ऑनलाइन हो रही छमाही परीक्षा*
बोर्ड की स्थापना के बाद से देश के बाहर तो ऑनलाइन मोड में परीक्षाओं का आयोजन हुआ है, मगर छमाही परीक्षाएं कक्षाओं में परंपरागत तरीके से ही संपन्न हुई हैं। पहली बार कोरोना संकट की वजह से बच्चे ऑनलाइन क्लास के साथ ऑनलाइन परीक्षाओं की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भले ही विशेषज्ञ इससे संतुष्ट न हों, मगर ऑनलाइन क्लास ने बच्चों को पढ़ाई का एक बेहतर विकल्प जरूर मुहैया कराया है।
*ऑनलाइन परीक्षा को तवज्जो दे रहे विद्यार्थी*
स्कूल संचालकों ने बताया कि बच्चे ऑफलाइन मोड में पढ़ाई तो करना चाहते हैं, मगर परीक्षा ऑनलाइन मोड में देना चाह रहे हैं। इसके पीछे की मंशा बिना रोक टोक के अच्छे नंबर हासिल करने की लालसा है। इस पर लगाम लगाने के लिए भी ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। नकल करके बच्चे पास तो हो जाएंगे, मगर बौद्धिक ज्ञान नहीं रहेगा।सीबीएसई जिला समन्वयक अजीत दीक्षित ने कहा कि छमाही परीक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होगा। इसकी सूचना सभी स्कूलों को भेज दी गई है। कई स्कूलों ने छमाही परीक्षाओं को संपन्न करा लिया है। कई स्कूलों में परीक्षाएं अभी प्रस्तावित हैं।