प्रवक्ता के पद पर चयनित अभ्यर्थी 15 दिसंबर तक भर सकेंगे मनचाहे स्कूलों का विकल्प, वेबसाइट लांच
माध्यमिक स्कूलों में प्रवक्ता के पद पर चयनितों को नियुक्ति पत्र देने के लिए वेबसाइट का शुभारंभ हो गया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से राजकीय माध्यमिक स्कूलों में प्रवक्ता के पद पर चयनित 298 अभ्यर्थियों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र देने के लिए मंगलवार को वेबसाइट seceduonlineposting.up.gov.in का शुभारंभ माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने किया। वेबसाइट की शुरुआत होते ही अभ्यर्थियों ने देर शाम ऑनलाइन विकल्प भरना भी शुरू कर दिया।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से प्रवक्ता पद पर चयनित ये अभ्यर्थी 15 दिसंबर तक अपने मनचाहे स्कूलों का विकल्प दे सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि किसी अभ्यर्थी को यदि ऑनलाइन विकल्प भरने में कोई कठिनाई आती है तो वह हेल्पलाइन नंबर 6387219859 पर वाट्सएप कर सकते हैं या seceduonlineposting@gmail.com पर ई-मेल भी भेज सकते हैं। उन्हें ऑनलाइन नियुक्ति पत्र से संबंधित सभी जानकारी मोबाइल फोन और ई मेल के माध्यम से दी जाएगी।
यूपीपीएससी से चयनित सूची के अनुसार दिव्यांग की श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों को दिव्यांगता की प्रथम वरीयता दी जाएगी। वे क्रम संख्या 14 में दिए गए वरीयता क्रम में अन्य विकल्पों का चयन नहीं कर सकते हैं। क्रम संख्या 14 में दिए गए चार विकल्पों के अनुसार चयनित विवाहित महिला जिनका बच्चा ऑटिस्टिक है अथवा 40 फीसद दिव्यांग है, उन्हें मुख्य चिकित्साधिकारी का प्रमाणपत्र लगाना होगा। जिनके पति या पत्नी भारतीय सेना, वायु सेना, नौ सेना अथवा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत हैं, ऐसे अभ्यर्थी को विभाग के सक्षम अधिकारी का प्रमाणपत्र लगाना होगा।
इसके अलावा चयनित विधवा महिला या विधुर पुरुष जिन्होंने पुनर्विवाह नहीं किया है और एकल अभिभावक हैं तथा उन पर बच्चों की जिम्मेदारी है, उन्हें मृतक पति या पत्नी का नगर निगम, नगर पालिका, ब्लॉक से जारी मृत्यु प्रमाणपत्र और बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र व कुटुंब रजिस्टर की प्रति लगानी होगी।
चौथे विकल्प के तहत चयनित अभ्यर्थी जिनके पति या पत्नी बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के तहत आने वाले राजकीय अथवा सहायता प्राप्त विद्यालयों, परिषदीय विद्यालयों, राज्य, केंद्रीय विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं राजकीय, अर्द्धशासकीय सेवा में कार्यरत हैं, उन्हें कार्यरत विभाग का प्रमाणपत्र और अंतिम वेतन प्रमाणपत्र लगाना है। दिव्यांगता और वरीयता कोट क्रम के अनुसार पदस्थापना करने के बाद ही शेष रिक्तियों पर अन्य बचे हुए अन्य बचे हुए अभ्यर्थियों का पदास्थापन यूपीपीएससी की मेरिट के अनुसार किया जाएगा।