गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के छठवीं से आठवीं तक के स्कूलों को जल्द खोलने के निर्देश के बाद संचालकों ने तैयारी शुरू कर दी है। स्कूल प्रबंधकों को उम्मीद है कि 12 फरवरी से स्कूल खोलने के निर्देश मिल सकते हैं। कोरोना काल के चलते मार्च 2020 से ही स्कूल बंद चल रहे हैं। हालांकि नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं की पढ़ाई शर्तों के साथ अक्तूबर से चल रही है।स्कूल संचालकों ने बताया कि कक्षाओं के संचालन के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। 50 फीसदी बच्चों के साथ ही कक्षाओं में पढ़ाई होगी। बाकी बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रहेगा। बच्चों को स्कूल बुलाने से पहले स्कूल संचालकों को अभिभावकों से लिखित अनुमति लेनी होगी। कक्षाओं में बच्चों के बीच छह फीट की सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। मास्क और हैंड सैनिटाइजर लेकर आने की अनुमति होगी। विद्यालय परिसर में बच्चों के हाथ को सैनिटाइज कराने के लिए सैनिटाइजर मशीन लगाई जाएंगी।अक्तूबर 2020 में शासन ने स्कूल संचालकों को 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कक्षा नौवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने की अनुमति दी है। स्कूूल संचालक कक्षा छठवीं से बारहवीं के बच्चों की कक्षाओं के संचालन की अनुमति मांग रहे थे। पिछले महीने स्कूल एसोसिएशन के प्रादेशिक संगठन ने उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को लखनऊ में ज्ञापन सौंपा था।
स्कूल गेट और बस पर थर्मल स्कैनिंग, टिफिन शेयरिंग प्रतिबंधित
बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से स्कूल बस और गेट पर हर बच्चे की थर्मल स्कैनिंग होगी। स्कूल में बच्चों के एकत्र होने पर रोक लगाई जाएगी। खेल, लाइब्रेरी और कंप्यूटर कक्षाओं का संचालन बंद रहेगा। कैंटीन पर ताला लटका रहेगा। लंच के दौरान टिफिन, पानी, कॉपी-किताब, पेन-पेंसिल की शेयरिंग बंद रहेगी।
कक्षा नौवीं से बारहवीं की कक्षाओं के संचालन के दौरान जिस प्रकार कोविड गाइडलाइंस का पालन किया गया है, ऐसे ही कक्षा छठवीं से आठवीं की कक्षाओं के संचालन के दौरान पालन होगा।
- अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन