वाराणसी : संस्कृत विवि एसआईटी की रिपोर्ट कार्यपरिषद में रखने की तैयारी
वाराणसी वरिष्ठ संवावददाता:संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्रियों के मामले में शासन का निर्देश और एसआईटी की रिपोर्ट कार्यपरिषद में रखने की तैयारी है। जिन शिक्षकों और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश है, उनकी नियोक्ता कार्यपरिषद है। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्णय कार्यपरिषद ही करेगी।इस मामले में अंतिम निर्णय कुलपति को लेना है। सभी फाइलें कुलपति को संदर्भित कर दी गई हैं। प्रकरण में दोषी करार दिए गए पूर्व अधिकारियों के बारे में रिपोर्ट बनाई जा रही है। उनके खिलाफ चार्जशीट जारी होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन शासन के पत्र का जवाब भी तैयार कर रहा है।उल्लेखनीय है कि 2004 से 2014 तक की डिग्रियों की जांच में एसआईटी ने विश्वविद्यालय में कार्यरत 19 अधिकारियों और कर्मचारियों को दोषी माना है। उच्च शिक्षा विभाग से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है। एसआईटी का मानना है कि इन लोगों ने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई। इससे जालसाजी और फर्जीगीरी को बढ़ावा मिला। एसआईटी और शासन के पत्र आने के बाद से विश्वविद्यालय में खलबली है। सबकी नजर विश्वविद्यालय के अगले कदम पर टिकी है। पहली बार किसी जांच एजेंसी ने फर्जीगीरी में उच्चाधिकारियों को भी लपेटे में लिया है।