बिहार : NCERT शिक्षा विभाग ने मांगी निष्ठा ट्रेंड शिक्षकों की जानकारी
हिन्दुस्तान ब्यूरो,पटना | बिहार के शिक्षा विभाग ने सभी जिलों से ‘नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट’ यानी निष्ठा प्रशिक्षित शिक्षकों का ब्योरा तलब किया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिलों से यह ब्योरा मांगा है। गौर हो कि बीईपी और एससीईआरटी संयुक्त रूप से एनसीईआरटी के दिशा-निर्देश पर सभी नियोजित शिक्षकों को निष्ठा की ट्रेनिंग दे रही है।राष्ट्रीय शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद ने इस ट्रेनिंग के लिए 18 माड्यूल (कोर्स) विकसित किये हैं और यह पूरी ट्रेनिंग 15 दिनों की निर्धारित है। गुणवत्ता शिक्षा और आधुनिक शिक्षण प्रविधियों की समझ विकसित करने तथा शिक्षकों में नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए केन्द्र सरकार ने 2019 में निष्ठा ट्रेनिंग की लांचिंग की थी। बिहार को 3.79 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य दिया गया था। वर्ष 2019 में ही राज्य के 1.48 शिक्षक निष्ठा प्रशिक्षित हो गए थे। इसके लिए एससीईआरटी और बीईपी ने आरंभ में ही बड़ी संख्या में मास्टर ट्रेनर तैयार किये थे।
हाल ही एससीईआरटी के निदेशक गिरिवर दयाल सिंह ने भी सभी डीईओ से निष्ठा प्रशिक्षण को लेकर लक्षित शिक्षकों का आंकड़ा मांगा था। बीईपी से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020 में ही 2.30 लाख शेष बचे शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया था। अक्टूबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 तक तकरीबन 2 लाख और शिक्षक निष्ठा प्रशिक्षित हो चुके हैं। शेष करीब 30 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग बाकी रह गयी थी। 4 फरवरी से लेकर 20 फरवरी 2021 के बीच ट्रेनिंग लेकर अंतिम बैच चलाया गया था लेकिन फिलहाल उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को नहीं मिल पायी है। मंगलवार को भी बीईपी की ओर से गूगल मीट के जरिए मिली जानकारियों की समीक्षा की गयी। बहुत सारे ऐसे शिक्षकों के भी पुन:प्रशिक्षण लेने की जानकारी मिल रही है। ऐसे में निष्ठा से अप्रशिक्षित रह गये शिक्षकों का वास्तविक आंकड़ा आना अब भी बाकी है।