एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

गोरखपुर : संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री वाले शिक्षक भी रडार पर, शासन ने वर्ष 2004 से 2014 तक चयनित शिक्षकों की सूची तलब की

0 comments
गोरखपुर : संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री वाले शिक्षक भी रडार पर, शासन ने वर्ष 2004 से 2014 तक चयनित शिक्षकों की सूची तलब की

गोरखपुर। संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री वाले शिक्षक भी जांच के घेरे में हैं। शासन ने वर्ष 2004 से लेकर 2014 तक के चयनित शिक्षकों की सूची तलब की है। सभी के दस्तावेज की जांच कर फर्जी शिक्षकों के बारे में पता लगाया जाएगा।परिषदीय विद्यालयों में आगरा विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री लगाकर शिक्षक बनने वाले शिक्षकों के विरुद्ध एसटीएफ व बेसिक शिक्षा विभाग जांच कर रही है। शासन को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी की डिग्रियों में भी फर्जीवाड़ा कर शिक्षक बनने की शिकायतें मिली हैं। इसे देखते हुए शासन ने संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के बारे में ब्योरा जुटाने की तैयारी शुरू की है। आदेश के मुताबिक वर्ष 2004 से 2014 तक संपूर्णानन्द विश्वविद्यालय अथवा उससे संबद्ध महाविद्यालयों से जिन्होंने डिग्री हासिल की है, उनके दस्तावेज जांचे जाएंगे। पूर्व मध्यमा, उच्चतर मध्यमा, शास्त्री एवं शिक्षा शास्त्री व अन्य शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर चयनित शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। आगरा विश्वविद्यालय की बीएड के फर्जी व टेंपर्ड (कूटरचित) अंकपत्रों पर 4700 शिक्षकों के नौकरी करने के मामले की एसटीएफ जांच कर रही है। विवि की वर्ष 2004-05 सत्र में बीएड की डिग्रियों में फर्जीवाड़ा हुआ था। एसआईटी की जांच में 3637 छात्रों के नाम पर बीएड की फर्जी डिग्री जारी होने की बात सामने आई। 1024 अंकपत्र में छेड़छाड़ पकड़ी गई। 45 मामलों में एक ही रोल नंबर पर एक से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी। एसआईटी की जांच पर बेसिक शिक्षा विभाग ने 1300 शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्रियों में फर्जीवाड़ा की आशंका पर अब जांच कराने का निर्णय लिया है। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने वाले शिक्षकों की सूची शासन स्तर पर तलब की गई है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।