लखनऊ : पुरानी किताबों को बांटने का अभियान चला रही पारूल, घर बैठे-बैठे बच्चों की नई कक्षा शुरू, पर किताबें है नहीं, जरूरतमंद बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की हैं मुहिम
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता:कोरोना काल में हर कोई मदद के लिए आगे बढ़ रहा है। कोई मरीजों की सेवा में लगा है तो कोई गरीबों के लिए खाने का बंदोबस्त कर रहा है। वहीं एक ऐसी महिला है जो विभिन्न स्कूलों के बच्चों को पुरानी किताबें उपलब्ध कराने की मुहिम चला रही है। दरअसल स्कूल और किताबों की दुकानें बंद हैं। स्कूली बच्चे नई कक्षा में पहुंच गए है लेकिन उनके पास पढ़ने के लिए किताबें नहीं हैं।ऐसे बच्चों के बीच पुरानी किताबों को एक दूसरे से दिलवाकर गोमतीनगर विस्तार की रहने वाली पारूल दूबे शिक्षा की अलख जगा रही हैं ताकि हर बच्चे के हाथ में किताबें हों।
लखनऊ में हजार बच्चों को मिला लाभ
पारूल ने यह अभियान कोविड काल से शुरू किया है। अभी तक 900 बच्चों को किताबें उपलब्ध करवाई हैं। पारूल को इसकी प्रेरणा तब मिली जब स्कूल का नया सत्र शुरू हो गया। ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई। इसके बीच किताबें बड़ी समस्या बनकर सामने आई। पारुल मुहिम के जरिए पुरानी किताबें उपलब्ध करा रही हैं।
इस नंबर पर किताब दें सकते और मांगा सकते हैं
पुरानी किताबों की इस मुहिम में व्हटासऐप नंबर 9451000010 पर बच्चे अपनी पुरानी किताबों के नाम, कक्षा व स्कूल का नाम भेजें। बदले में जो किताबें चाहिए वह भी बताएं।