बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे अभिभावक, गंगौरा प्राथमिक विद्यालय की छत बरसात में टपकती है, चहारदीवारी भी टूट गई, तालाब के किनारे से स्कूल तक जाने वाला रास्ता भी बदहाल
संवाद न्यूज एजेंसी बेलहर। क्षेत्र कीग्राम पंचायत गंगौरा के प्राथमिक विद्यालय की दशा खराब होती जा रही है। बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए झाड़ियों के बीच रास्ता तय करना पड़ता है। पोखरे के किनारे स्थित विद्यालय की चहारदीवारी टूटी हुई है।बरसात के दिनों में स्कूल के छत से पानी टपकता है। अभिभावकों ने स्कूल की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर बच्चों को यहां भेजने से मना कर देने की चेतावनी दी है।अभिभावक विनकेश, त्रिवेणी, गंगाराम, महेश, हरिश्चंद्र, विनोद कुमार, राजकुमार, राम आशीष, महेंद्र, रामफेर, रामाई, दिनेश, चंद्रेश, जोगेंद्र, रामनवल, धनपति आदि ने बताया कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में उनके घर के बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय का रास्ता पोखरे से सटा होने के कारण सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रहती है। रास्ते के निर्माण के लिए कई बार जिम्मेदारों से सिफारिश की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। विद्यालय के जिम्मेदार भी बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं है। 2012 में बने विद्यालय की छत टपक रही है। हालत यही रही तो वे लोग बच्चों को इस प्राथमिक विद्यालय में भेजना बंद कर देंगे।प्रभारी प्रधानाध्यापक सुनीता देवी ने बताया कि विद्यालय भवन, चहारदीवारी समेत अन्य सभी समस्याओं से विभागीय अफसरों को अवगत करा दिया गया है। रास्ता न होने से विद्यालय पर आने के लिए या तो झाड़ियों के बीच से आना-जाना पड़ता है नहीं तो पानी के बीच से आना पड़ता है। हर वक्त घटना की आशंका बनी रहती है। बच्चों के प्रति बहुत चिंता बनी रहती है कि कोई घटना न घट जाए। खंड शिक्षा अधिकारी बेलहर धीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय गंगौरा के रास्ते व कायाकल्प के लिए ग्राम प्रधान व बीडीओ से बात की जाएगी। जल्द से जल्द रास्ते का निर्माण व विद्यालय का कायाकल्प करवाया जाएगा। इस संबंध में बीडीओ सौरभ पांडेय ने बताया कि विद्यालय तक रास्ता नहीं है। उसकी जानकारी मिली है। जल्द ही रास्ता बनवाया जाएगा और विद्यालय का कायाकल्प कर छत की मरम्मत कराई जाएगी।