महराजगंज : प्रत्येक शनिवार को बाल सभा में होता है कौन बनेगा सैकड़ापति कार्यक्रम, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रौतार में शिक्षक जावेद आलम ने शैक्षिक प्रतिस्पर्धा हेतु किया अनोखा प्रयोग
महराजगंज । परिषदीय बच्चों में शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा प्रत्येक शनिवार को विद्यालयों पर बाल सभा कराने का निर्देश है, इस बाल सभा में विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों के साथ बच्चों 1 को विभिन्न सामाजिक ज्ञान भी दिया जाता है। इस बालसभा से बच्चों को जोड़ने के लिए निचलौल क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रौतार में शिक्षक जावेद आलम ने एक अनोखा प्रयोग कौन बनेगा सैकड़ापति नामक प्रोग्राम की शुरूआत कर दी है। यहां पर बारी-बारी से बच्चों को हाट शीट पर बैठाकर उनसे सवाल किए जाते हैं। और सही जवाब देने वाले छात्रों को पांच रुपये से लेकर 100 रुपये इ तक का इनाम दिया जाता हैं। पिछले शनिवार को आयोजित कार्यक्रम का वर्चुअल वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहा है।
प्रा. वि. रौतार में तैनात शिक्षक जावेद आलम करते हैं अमिताभ का रोल
सुमित कुमार पटेल के साथ जावेद आलम कुल दो शिक्षकों की तैनाती है। प्रत्येक शनिवार को विद्यालय पर बाल सभा आयोजित किये जाने का निर्देश है। इस कार्यक्रम में बच्चों के लिए खुद शिक्षक जावेद आलम निचलौल ब्लाक क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रौतार में कुल 52 छात्र पंजीकृत हैं। प्रधानाध्यापक
• प्रत्येक शनिवार को बाल सभा में होता है कौन बनेगा सैकड़ापति कार्यक्रम
बच्चों के लिए शनिवार को आयोजित होने वाले बालसभा के दौरान उनमें शैक्षिक प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उद्देश्य से सैकड़ापति कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके अलावा विद्यालय पर अन्य बेहतर कार्यक्रम भी कराए जाते हैं। सैकड़ापति कार्यक्रम में इनाम पाने की चाहत में बच्चे भी दिलचस्पी से प्रतिभाग करते हैं, और इसके लिए पूरे एक सप्ताह तक मेहनत करके तैयारियां भी करते हैं।
जावेद आलम, शिक्षक रीतार
शिक्षक द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है। इससे बच्चों में शैक्षिक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी साथ ही बच्चों को सिलेबस के अलावा अन्य रोचक: जानकारियां भी मिलेगी।
आशीष सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
नकली दाढ़ी और मूंछ लगाकर अमिताभ बच्चन का रोल करते हैं। फोन फ्रेंड के लिए अन्य विद्यालयों के शिक्षक भी कार्यक्रम में सहयोग करते हैं। पिछले शनिवार को हुए इस सैकड़ापति कार्यक्रम का एक वीडियो रविवार को खुद जावेद आलम ने फेसबुक पर पोस्ट किया तो वह वायरल हो गया। देखते ही देखते करीब पांच हजार लोगों ने संबंधित वीडियो को शेयर करते हुए शिक्षक के इस प्रयास की सराहना की है।