उत्तर प्रदेश के बरेली में इंटरनेट की कमी के कारण अब स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा नहीं पड़ेगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को बीएसएनएल का इंटरनेट कनेक्शन कराने का निर्देश दिया है। बरेली में भी लगभग 1000 स्कूलों में कनेक्शन कराने की तैयारी है। शिक्षा मंत्रालय ने बीएसएनएल के साथ एक एमओयू फाइनल किया था।
इसके तहत सभी सरकारी स्कूलों को इंटरनेट कनेक्टिविटी देने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए बीएसएनएल ने एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया है। इस पोर्टल पर लॉगिन कर स्कूल कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन आते ही बीएसएनएल वरीयता के आधार पर कनेक्शन प्रदान करेगा। जिन स्कूलों में स्मार्ट डिवाइस, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी आदि उपलब्ध है उनमें सबसे पहले कनेक्शन लेने का निर्देश दिया गया था।
बच्चों को स्मार्ट क्लास के जरिए अलग-अलग तरह के विषय पढ़ाए जाएंगे जो वो किताबों में नहीं पढ़ पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के बच्चों की लर्निग को स्मार्ट बनाने के लिए सरकारी स्कूलों में कवायद जारी है। डिजिटल कंटेंट के जरिए इस एकेडमिक ईयर में प्रदेश के अंदर 18 हजार से अधिक स्मार्ट क्लासरूम्स बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बच्चों के साथ ही, शिक्षकों को भी डिजिटल लर्निग के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि वो ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन भी गुणवत्ता को बरकरार रखते हुए बच्चों की पढ़ाई के स्तर को निखार सकें।
यूपी में सिर्फ 623 स्कूलों के आये आवेदन
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 7 अक्टूबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश से मात्र 21 और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सिर्फ 602 स्कूलों ने ही आवेदन दिए हैं। ऐसे में स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को अधिक से अधिक स्कूलों में इंटरनेट की उपलब्धता कराने का निर्देश दिया है। निर्देश है कि स्मार्ट क्लास वाले स्कूलों के हेडमास्टर व बीएसएनल के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर एक बैठक की जाए ताकि जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जा सके। आभार/साभार: हिन्दुस्तान