महराजगंज : कर्मचारियों ने निकाली आक्रोश रैली प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को पुरानी पेंशन बहाली की मांग का सौंपेंगे ज्ञापन
महराजगंज । नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम संगठन के आव्हान पर महराजगंज सहित प्रदेश के सभी जिलों में कर्मचारियों ने आक्रोश रैली निकालकर भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ जी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
कर्मचारियों ने गणेश विद्यार्थी इण्टर कालेज के मुख्य रोड से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय महराजगंज तक आक्रोश रैली निकालना प्रस्तावित था। सभी कर्मचारी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट की ओर आगे बढ़ रहे हैं। रैली में कर्मचारियों के आने का सिलसिला भी लगातार जारी है। कुछ ही देर में कर्मचारी कलेक्टर से मिलेंगे और ज्ञापन सौंपेंगे।
पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू करने की मांग को लेकर कर्मचारी कई वर्षों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पुरानी पेंशन के विकल्प के रूप में अगस्त में केंद्र सरकार यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लेकर आई। केंद्रीय कैबिनेट ने इसकी मंजूरी भी दे दी और 01अप्रैल 2025 से पूरी तरह लागू करने का ऐलान भी कर दिया परन्तु इसके बाद भी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन (OPS) को लेकर मांग फिर से शुरू कर दी।
कर्मचारियों संगठनों का कहना है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पुरानी पेंशन से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के बजाय सरकार सीधे पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू करने पर बात करे। उधर, नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम संगठन ने भी साफ कर दिया है कि पुरानी पेंशन की मांग किसी भी सूरत में बंद नहीं होगी। सरकार को इसे फिर से लागू करना ही होगा। इसे लेकर लगातार आंदोलन किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो फिर से दिल्ली में कर्मचारी जुटेंगे और जोरदार धरना प्रदर्शन करेंगे।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) योजना में भी कई खामियां गिनाईं-
कर्मचारियों ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम UPS में कई खामियां गिनाई हैं। उनका कहना है कि इस स्कीम में शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी के रिटायर होने के बाद की सामाजिक सुरक्षा नहीं है। यह NPS से भी अधिक खतरनाक जान पड़ती है। इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए। NPS में भी सेवा में रहते हुए मृत्यु होने के बाद पारिवारिक पेंशन के नियम भी विवादास्पद हैं।