प्रयागराज : शिक्षा सेवा चयन आयोग भर्तियों के लिए तैयार, भर्तियों के लिए संबंधित विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखकर मांगा अधियाचन
मुख्यमंत्री ने भर्ती बोर्डो/आयोगों के अध्यक्षों को दिए हैं जल्द भर्तियां करने के निर्देश
अधियाचन लेने के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग का आन बोर्ड हो गया है पोर्टल
प्रयागराज : बेसिक से लेकर एडेड माध्यमिक, महाविद्यालयों, अल्पसंख्यक कालेजों एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्तियां करने के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग तैयार हो गया है। भर्तियों के लिए आयोग की ओर से संबंधित विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखकर अधियाचन पहले ही मांगा गया है।
अधियाचन लेने के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग का पोर्टल आन बोर्ड हो गया है, यानी कि संबंधित विभाग, शिक्षा सेवा चयन आयोग और एनआइसी एक प्लेटफार्म पर आ गए हैं। आयोग के पत्र के क्रम में विभागों में अधियाचन के लिए विवरण जुटाए जा रहे हैं।
सभी 12 सदस्यों और अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद से भर्ती को लेकर आयोग ने तेजी से कार्य शुरू किया है। सृजित सभी पदों पर अभी नियुक्तियां नहीं होने से आयोग एक साथ दो मोर्चे पर काम कर रहा है। एक तो सृजित चार उप सचिवों, वित्त नियंत्रक, वित्त एवं लेखाधिकारी, विधि अधिकारी के पदों पर नियुक्ति कराना और दूसरा शिक्षक भर्तियों के लिए अधियाचन लेने की प्रक्रिया पूरी करना। इसमें अधियाचन के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग का पोर्टल आन बोर्ड हो गया है।
आयोग में अभी कार्यवाहक उप सचिव के रूप में अकेले शिव जी मालवीय कार्य कर रहे हैं। उपसचिवों की नियुक्ति हो जाने से कार्य और तेजी से होंगे। उधर, मुख्यमंत्री ने 23 सितंबर कोसभी भर्ती बोडौं/आयोगों के अध्यक्षों की बैठक बुलाकर रिक्त पदों को शीघ्र भरने की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि प्रदेश में एनआइसी की ओर से की गई ई-अधियाचन पोर्टल व्यवस्था में सभी विभागों से अधियाचन प्राप्त किए जाएं।
आयोग के सचिव मनोज कुमार ने बताया कि अधियाचन के लिए बेसिक, माध्यमिक, उच्च, तकनीकी, व्यावसायिक, अल्पसंख्यक एवं टीईटी के लिए संबंधित विभागों के प्रमुखों को पत्र पहले ही भेजा जा चुका है, जिसकी जानकारी शासन को भी दी गई है। इस संबंध में संबंधित विभागों ने नोडल अधिकारी नामित कर दिए हैं। आयोग में उप सचिव शिवजी मालवीय को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रयास किए जा रहे हैं कि सरकार और शिक्षा सेवा चयन आयोग की मंशा के अनुरूप भर्तियों को लेकर प्रक्रिया तेजी से शुरू की जा सके।