महराजगंज : रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त करेंगे परिषदीय विद्यालयों के छात्र, नई शिक्षा नीति के तहत जिले के 26 उच्च प्राथमिक विद्यालयों का मिनी आइटीआइ के लिए हुआ चयन
महराजगंज । लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम यानी करके सीखना के तहत विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा दी जाएगी। नई शिक्षा नीति के तहत वर्ष 2020 में दिए गए प्रविधानों में विद्यालयों को कौशल विकास केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए शहरी क्षेत्र के दो विद्यालयों के अलावा प्रत्येक ब्लाक से दो-दो उन्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया है।
शासन से जारी योजना कार्यक्रम के तहत चयनित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को चार ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें इंजीनियरिंग एंड वर्कशाप, एनर्जी एंड एनवायरमेंट, कल्चर, नर्सरी एवं गार्डनिंग और होम एंड हेल्प शामिल है। चयनित विद्यालयों में प्रयोगशाला का निर्माण कराया गया है। जिसमें चारों ट्रेड के विभिन्न टूल और अन्य सामग्री शासन से पहुंचाई जा रही है। जिनकी मदद से जल्द ही इन विद्यालयों में रोजगार परक शिक्षा से संबंधित कक्षाओं का संचालन शुरु करा दिया जाएगा।
शिक्षकों को भी दिया आएगा प्रशिक्षणः विशेष रूप से तकनीकी प्रशिक्षकों और विज्ञान शिक्षकों के लिए डिजाइन किए गए 'करके सीखना कार्यक्रम के लिए एक माड्यूल विकसित करने को कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी। संबंधित स्कूलों के प्रशिक्षित विज्ञान शिक्षक और तकनीकी प्रशिक्षक विकसित माड्यूल को अपने-अपने स्कूलों में लागू करेंगे।
इन विद्यालयों का हुआ चयनः जिले के जिन 26 विद्यालयों का चयन हुआ है, उसमें नगर पालिका क्षेत्र में स्थित कंपोजिट विद्यालय आजादनगर और पूर्व माध्यमिक विद्यालय पड़री बुजुर्ग है। इसके अलावा सदर ब्लाक में सिसवा अमाहवा और पिपरा रसूलपुर, सिसवा ब्लाक में पूर्व माध्यमिक विद्यालय शेषपुर और सबया अहिरौली, फरेंदा में चौतरवा और लेहड़ा खास, परतावल में धंगरहा और गोधवल, पनियरा में मोहदीपुर और पनियरा, निचलौल में बदैत्य और गिरहिया बंजारीपट्टी, नैतनवा में में जमुहानी और बाया करत, मिठौरा जगदौर और औराटार, लक्ष्मीपुर में लक्ष्मीपुर द्वितीय व बेलवा खुर्द पुष्ली में बरवा खुर्द और अमांदा, धानी में बेलसड़ और पट्टीवार कंपोजिट तथा बृजमनगंज में कोल्हुई कंपोजिट और सौरहा कंपोजिट को इसमें शामिल किया गया है।
- चार ट्रेड में विभिन्न गतिविधियों का कराया जाएगा आयोजन
- प्रयोगशाला समेत अन्य सुविधाओं से लैस हैं यह विद्यालय
जिले में लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के तहत दो शहरी और 24 ग्रामीण कुल 26 विद्यालयों का चयन किया गया है। यहां पर विद्यार्थियों को बेहतर रोजगार परक शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए तैयारिया की जा रही है।
- श्रवण कुमार गुप्ता, जिलासिक शिक्षा अधिकारी