बिहार : शिक्षा विभाग के निदेशक ने लापरवाही में 36 डीईओ से मांगा गया स्पष्टीकरण
बेगूसराय । राज्य के विभिन्न विद्यालयों में जलापूर्ति के लिए अधिष्ठापित सबमर्सिबल पंप व बोरिंग का जांच प्रतिवेदन समर्पित नहीं करने के आरोप में बेगूसराय समेत बिहार के 36 जिला शिक्षा अधिकारियों से शोकॉज पूछा गया है।
- शिक्षा विभाग के निदेशक ने मांगा है डीईओ से स्पष्टीकरण
- विद्यालयों में बोरिंग प्रतिवेदन अप्राप्त होने पर की गयी कार्रवाई
17 अक्टूबर को शिक्षा विभाग के निदेशक (प्रशासन) सह-अपर सचिव कार्यालय से निर्गत पत्र में अपर सचिव ने कहा है कि शिक्षा विभाग के द्वारा विभिन्न विद्यालयों में जलापूर्ति के लिए सबमर्सिबल पंप व बोरिंग का कार्य कराया गया है। स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा रेण्डम जांच कर उस सबमर्सिबल पंप के संबंध में जांच प्रतिवेदन समर्पित किया गया था। जिला में कराये गये संबंधित कार्य का एमबी, अभिश्रव अन्य कागजात के साथ विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन की प्रासंगिक पत्र के द्वारा मांगी गयी थी जो अब तक अप्राप्त है। प्रतिवेदन समर्पित नहीं किया जाना कार्य के प्रति उदासीनता, लापरवाही व अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन है। आदेश दिया जाता है कि समीक्षा कर कार्य एवं जांच प्रतिवेदन के आधार पर दोषी कर्मियों व अधिकारियों को चिह्नित करते हुए विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। शोकॉज के दायरे से अरवल व रोहतास को मुक्त रखा गया है।