लखनऊ : शिक्षा के प्रति जागरूकता और सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से एमश्री विद्यालयों में विशेष अभियान की शुरुआत
लखनऊ। प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत प्रदेश में शिक्षा के प्रति जागरूकता और सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। इसके तहत सभी 724 पीएमश्री विद्यालयों के शिक्षक, स्कूल प्रबंध समिति (एसएमसी) के सदस्य, ग्राम प्रधानों और स्थानीय लोगों के साथ बैठकें कर रहे हैं।
इनके माध्यम से अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उनके बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना है। इनमें अभिभावकों को उनके बच्चों की पढ़ाई में आने वाली समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की जा रही है। बैठकों में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों के अभिभावक से संपर्क कर स्कूल वापस लाने की रणनीति भी बनाई जा रही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर अपनी चमक बिखेरेंगे पीएमश्री विद्यालय
● सभी स्कूलों के एकाउंट सोशल मीडिया पर खोले जाएंगे
पीएमश्री विद्यालय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर भी अपनी चमक बिखेरेंगे। प्रदेशभर में समग्र शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक (निर्माण) को निर्देशित किया गया है कि हर जिले से न्यूनतम एक सफलता की कहानी को (प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, विद्यार्थी, समुदाय द्वारा पीएमश्री विद्यालयों में सराहनीय योगदान) भी सोशल मीडिया पर साझा किया जाए।
30 सितंबर और एक अक्तूबर को होने वाली समीक्षा बैठक में पीएमश्री योजना के तहत जिलों में निर्माण कार्यों के लिए आवंटित धनराशि के सापेक्ष उपभोग की स्थिति की रिपोर्ट भी मांग गई है।
पीएमश्री विद्यालयों को हरित ऊर्जा से समृद्ध किया जाएगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाएं होंगी। इनमें बच्चों को उनकी दक्षताओं के अनुरूप चाइल्ड पैडागॉजी आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण होगा। अपने क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए इन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कम्प्यूटर, साइंस व गणित लैब और लाइब्रेरी के साथ ही कौशल विकास, खेल, जिज्ञासा और चर्चा आधारित शिक्षा, लर्निंग आउटकम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में दो चरणों में पीएमश्री योजना के तहत चयनित 1753 सरकारी स्कूलों में सर्वाधिक प्रयागराज व गोरखपुर के 47-47 स्कूल हैं।