महराजगंज : शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शिक्षा में नवाचार की चुनौतियों का होगा निदान व अनुसंधान, जिले में शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की हुई पहल
महराजगंज : जिले में शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने और नवाचार को और अधिक फलदायी बनाने के उद्देश्य से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की ओर से एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इसके तहत प्राचार्य अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में अनुसंधान एवं नवाचार प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इस प्रकोष्ठ के गठन का मुख्य उद्देश्य जिले की शैक्षिक चुनौतियों को पहचानना और इनसे निपटने के लिए शोध कार्यों और नवाचारों का समन्वय करना है।
इस प्रकोष्ठ में कई विद्वान और अनुभवी शिक्षाविदों को शामिल किया गया है। प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्राचार्य अभिजीत सिंह के साथ संयोजक के रूप में प्रवक्ता डॉ. अरशद जमील (विषयः उर्दू) को भी नियुक्त किया गया है। अन्य सदस्यों में प्रवक्ता डॉ. सूरज प्रकाश मिश्रा (विषयः सांख्यिकी), सुजीत कुमार चौहान (शिक्षाशास्त्र), जवाहर लाल नेहरू स्मारक पीजी कालेज महराजगंज के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. गोपाल सिंह, एसआरजी कृष्ण मोहन पटेल, एआरपी अरुण सिंह और लक्ष्मीपुर ब्लाक के बेलवाखुर्द के प्रधानाध्यापक डा. प्रभुनाथ गुप्ता शामिल हैं। प्रकोष्ठ का प्राथमिक कार्य जिले की शैक्षिक समस्याओं के आधार पर शोध करना और उस शोध का व्यापक प्रचार प्रसार करना है।
इसके साथ ही, शिक्षक प्रशिक्षण के लिए विभिन्न स्तरों पर जैसे प्राथमिक, प्राथमिक और माध्यमिक स्तर शिक्षकों के लिए विभिन्न नवाचारों का संग्रहण और उनके प्रचार-प्रसार का भी कार्य किया जाएगा। शोध के प्रमुख क्षेत्रों में नामांकन, ठहराव, अधिगम प्राप्ति, कक्षा शिक्षण की गुणवत्ता, पर्यावरण संरक्षण, बालिका शिक्षा, नवभारत साक्षरता, और सुरक्षा-संरक्षा शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों में जो भी नवाचार हो रहे हैं, उनका संकलन किया जाएगा और इन नवाचारों को शिक्षकों के साथ साझा कर उन्हें जिले के शिक्षण प्रणाली में लागू करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
• डायट प्राचार्य ने आठ सदस्यीय नवाचार प्रकोष्ठ का किया गठन
• नवाचार से जुड़ी समस्याओं का निकाला जाएगा हल
अब तक परंपरागत तरीके से संचालित शिक्षा व्यवस्था के साथ नवाचारों में आने वाली समस्याओं के निस्तारण को लेकर प्रकोष्ठ द्वारा प्रयास किया जाएगा। यह प्रकोष्ठ देश-विदेश में हो रहे शैक्षिक नवाचारों को भी जनपद के शिक्षकों और संस्थानों के साथ साझा करेगा, ताकि शिक्षा क्षेत्र में नये विचारों और तरीकों का समावेश हो सके।
- अभिजीत सिंह, प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान।