सिद्धार्थनगर। श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा में एक से आठ तक की कक्षाओं का संचालन बिना मान्यता के ही हो रही थी। अब अभिलेखों के साथ सील हुए विद्यालय के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को खोज उनका दूसरे स्कूल में प्रवेश कराने की जद्दोजहद की जा रही है।
इसी के तहत बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने छह निजी स्कूल प्रबंधकों के साथ बैठक की, जिसमें तय हुआ कि सील स्कूल के बच्चों का प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा, साथ ही इस वर्ष उन्हें पुरानी ड्रेस और पुराने स्कूल का निर्धारित मासिक शुल्क ही देय होगा। वहीं कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं बतौर कोचिंग संचालित हो रही थी, इन कक्षाओं में यहां पढ़ रहे बच्चों का पंजीकरण दूसरे स्कूल में था।
इटवा में सील किए गए श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा की मान्यता वर्ष 2023 में फर्जीवाड़े के खेल में निरस्त हो गई थी। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी हस्ताक्षर से जारी किए गए मान्यता के मामले में जांच हुई तो एक ही दिन 15 निजी विद्यालयों की मान्यता निरस्त हुई थी, इनमें यह विद्यालय भी शामिल था।
इसके बाद स्कूल प्रबंधन की तरफ से कक्षा एक से आठ तक की मान्यता के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन कक्षा छह से आठ तक की मान्यता की फाइल अनुमोदन के लिए एडी बेसिक के पास पहुंची है, जिसमें आपत्ति लगी है।
फीस न जमा करने पर बच्चों को धूप में बैठाने के वायरल वीडियो मामले से चर्चा में आए श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा को प्रशासन ने सील कर दिया है। साथ ही प्रधानाचार्य शैलेश त्रिपाठी के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया है। सील होने के बाद जांच में दो वर्ष से बिना मान्यता के ही विद्यालय संचालित होने का मामला सामने आया।
विद्यालय की मान्यता की जांच के दौरान साबित हुआ था कि मान्यता प्रमाण पत्र पर तत्कालीन बीएसए के हस्ताक्षर नहीं थे व एडी बेसिक से मान्यता फाइल का अनुमोदन नहीं कराया गया था। जिसके बाद वर्ष 2023 में फर्जी हस्ताक्षर से जारी श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा समेत सभी 15 स्कूलों की मान्यता समाप्त कर दी गई।
इसके बाद श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा के प्रबंधन ने विभाग में कक्षा एक से आठ तक के लिए फिर से मान्यता का आवेदन किया था, लेकिन मान्यता मिली नहीं थी।
फीस न जमा करने पर बच्चों को धूप में बैठाने के वायरल वीडियो मामले से चर्चा में आए श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा को प्रशासन ने सील कर दिया है। साथ ही प्रधानाचार्य शैलेश त्रिपाठी के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया है। सील होने के बाद जांच में दो वर्ष से बिना मान्यता के ही विद्यालय संचालित होने का मामला सामने आया।
विद्यालय की मान्यता की जांच के दौरान साबित हुआ था कि मान्यता प्रमाण पत्र पर तत्कालीन बीएसए के हस्ताक्षर नहीं थे व एडी बेसिक से मान्यता फाइल का अनुमोदन नहीं कराया गया था। जिसके बाद वर्ष 2023 में फर्जी हस्ताक्षर से जारी श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा समेत सभी 15 स्कूलों की मान्यता समाप्त कर दी गई।
इसके बाद श्याम राजी हाईस्कूल बरगदवा के प्रबंधन ने विभाग में कक्षा एक से आठ तक के लिए फिर से मान्यता का आवेदन किया था, लेकिन मान्यता मिली नहीं थी।
आभार साभार-अमर उजाला