कई भर्तियों का पांच वर्ष पहले जारी हुआ था विज्ञापन
इंतजार में बीत रही अभ्यर्थियों की उम्र
जीआइसी प्रवक्ता व एलटी ग्रेड भर्ती की अड़चन लगभग दूर
प्रयागराज । वर्षों से अटकी भर्तियों के इंतजार में ओवरएज हो रहे अभ्यर्थियों के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का वर्ष 2025 का कैलेंडर राहत भरा हो सकता है। समकक्ष अर्द्धता, परीक्षा योजना, पाठ्यक्रम संशोधन जैसी अड्चनों के कारण तीन से पांच वर्ष तक अटकी तमान भर्तियों को आयोग के अगले वर्ष के कैलेंडर में जगह मिल सकती है। इनमें राजकीय डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रवक्ता एलटी राजकीय इंटर कालेज, सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा और पीसीएस जे जैसी प्रमुख भर्तियां शामिल हैं।
आयोग 2025 के कैलेंडर में उन कई भर्तियों को स्थान देने की योजना बना रहा है, जो कुछ वर्षों से लंबित हैं और 2024 के कैलेंडर में जगह नहीं बना पाईं। इनमें से लगभग सभी रिक्त पदों का विवरण पहले ही आयोग को प्राप्त हो चुका है, लेकिन परीक्षा योजना, समकक्ष अर्हता और पाठ्यक्रम में संशोधन सहित अन्य कारणों से आयोग ने कई भर्तियों से संबंधित अधियाचन लौटा दिया था। दूसरी तरफ भर्तियों को लेकर मुख्यमंत्री की प्राथमिकता को देखते हुए विभागों ने अड़चनों को दूर करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 6000 रिक्त पदों का और राजकीय इंटर कालेज में प्रवक्ता पदों पर भर्ती के लिए, 1000 रिक्त पदों का अश्चियाचन मिल चुका है। जीआइसी प्रवक्ता और एलटी ग्रेड भर्ती में अड़चन बना समकक्ष अर्हता का विवाद लगभग सुलझ गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने समकक्ष अर्हता शब्द हटाते हुए आयोग को सहमति के लिए भेजा है।
अटकी भर्तियों में किस में हैं कितने रिक्त पद
• एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 6000 पद
• राजकीय इंटर कालेज में प्रवक्ता पदों के 1000 पद
• राजकीय डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के लगभग 350 पद
• सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती में करीब 100 पद
• खंड शिक्षा अधिकारी के करीब 80 पद