महराजगंज : प्रेरणा पोर्टल पर स्थित 1826 विद्यालयों/मदरसों के सापेक्ष 1716 परिषदीय/एडेड विद्यालयों/मदरसों द्वारा अद्यतन एक सप्ताह के अन्दर डी०बी०टी का कार्य पूर्ण नहीं करने पर संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी व प्र०अ०/ प्र०प्र०अ० के विरूद्ध नियमानुसार विभागीय कार्यवाही सम्पादित करने के सम्बन्ध में।
आप अवगत है कि डी०बी०टी० का कार्य शासन / विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता से संबंधित है। प्रेरणा पोर्टल से दिनांक: 09.11.2024 को प्राप्त विद्यालयवार डी०बी०टी० पेन्डेन्सी की रिपोर्ट का समीक्षा किया गया, जिसमें पाया गया कि प्रेरणा पोर्टल पर स्थित 1826 विद्यालयों/मदरसों के सापेक्ष 1716 परिषदीय/एडेड विद्यालयों/मदरसों द्वारा अद्यतन डी०बी०टी का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। उक्त विद्यालयों में कुल पंजीकृत 196563 विद्यार्थियों के सापेक्ष अद्यतन 178170 (90.64-प्रतिशत) विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का आधार वेरिफाइड है, शेष 18393 विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के आधार वेरिफिकेशन का कार्य शिक्षक स्तर पर लम्बित है। उक्त के अतिरिक्त विद्यालय स्तर पर दो अन्य बिन्दुओं-Total Not Seeded, Suspected Student According To Age पर 5347 विद्यार्थियों के डी०बी०टी का कार्य लम्बित है। इस प्रकार शिक्षक स्तर पर डी०बी०टी० की कुल पेन्डेन्सी 23740 है (विद्यालयवार सूची संलग्न)। जबकि राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, उ०प्र० लखनऊ द्वारा प्रदत्त निर्देश के कम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा डी०बी०टी० के अन्तर्गत प्रेरणा पोर्टल पर नामांकित शत-प्रतिशत विद्यार्थियों व अभिभावकों के आधार पर वेरिफिकेशन का कार्य कराये जाने के निर्देश बारम्बार दिये जा रहे है। प्रगति संतोषजनक न होने के कारण उच्चाधिकारियों द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त किया जा रहा है। यह स्थिति संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विद्यालयों/मदरसों के प्र०अ०/ प्रभारी प्र०अ० द्वारा शासकीय कार्य में रूचि नही लिये जाने एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना किये जाने का द्योतक है।
अतएव आप समस्त को निर्देशित किया जाता है कि इस पत्र के साथ संलग्न 1716 विद्यालयों की सूची के अनुसार डी०बी०टी० प्रक्रिया के अन्तर्गत शिक्षक स्तर पर लम्बित कार्य को एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कराये जाने हेतु अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। यदि उक्त कार्य एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण नही होता है तो संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी व प्र०अ०/ प्र०प्र०अ० के विरूद्ध नियमानुसार विभागीय कार्यवाही सम्पादित की जायेगी।