महराजगंज : 342 परिषदीय विद्यालयों का होगा सोशल आडिट, महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को मिली आडिट की जिम्मेदारी
महराजगंज : बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित जिले की 342 परिषदीय विद्यालयों की सोशल आडिट होगी। इसकी जिम्मेदारी सरकार ने महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को सौंपी है। विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ विद्यालयों की पढ़ाई से लेकर योजनाओं की जमीनी हकीकत तक परखेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विद्यालयों के साथ ही अन्य विद्यालयों में अपेक्षित सुधार के कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
• पढ़ाई से लेकर सरकार की योजनाओं की परखी जाएगी जमीनी हकीकत
. विद्यालयों में चलाई जा रहीं मिड- डे-मील से लेकर पढ़ाई से जुड़ी कई योजनाएं हैं शामिल
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कुल 1695 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 20 प्रतिशत विद्यालयों को सोशल आडिट के लिए चुना गया है। जिसके तहत जिले के 342 विद्यालयों को आडिट के लिए चुना गया है। विद्यालयों में मिड-डे-मील से लेकर पढ़ाई से ● जुड़ी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। यह योजनाएं धरातल पर कितनी उतर रही हैं, इसकी जानकारी आडिट के माध्यम से जुटाई जाएगी। बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ाने के लिए कवायद की जा रही है। पता लगाया जाएगा कि बच्चों को योजनाओं का लाभ देने में क्या दिक्कत आ रही है। पढ़ाई का क्या स्तर है।
डीबीटी से मिलती है ड्रेस आदि के लिए राशि, दिया जाता है मध्यान्ह भोजनः परिषदीय विद्यालयों में डीबीटी के जरिए ड्रेस, जूता, मोजा, बैग, स्वेटर आदि के लिए 1100 रुपये की धनराशि दी जाती है। यह राशि सीधे छात्रों के अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है। बच्चों को मीनू के अनुसार भोजन दिया जाता है। इसमें दूध, फल समेत अन्य पौष्टिक आहार दिये जाते हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए खेल गतिविधियों समेत अन्य सुविधाएं विद्यालयों में मुहैया कराई जाती है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों के सोशल आडिट कराने का निर्णय लिया है। महराजगंज के 20 प्रतिशत विद्यालयों के सोशल आडिट के लिए महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को नामित किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
- श्रवण कुमार गुप्ता, बीएसए
आभार साभार- दैनिक जागरण