एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

महराजगंज : 342 परिषदीय विद्यालयों का होगा सोशल आडिट, महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को मिली आडिट की जिम्मेदारी

0 comments
महराजगंज : 342 परिषदीय विद्यालयों का होगा सोशल आडिट, महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को मिली आडिट की जिम्मेदारी

महराजगंज : बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित जिले की 342 परिषदीय विद्यालयों की सोशल आडिट होगी। इसकी जिम्मेदारी सरकार ने महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को सौंपी है। विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ विद्यालयों की पढ़ाई से लेकर योजनाओं की जमीनी हकीकत तक परखेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विद्यालयों के साथ ही अन्य विद्यालयों में अपेक्षित सुधार के कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

• पढ़ाई से लेकर सरकार की योजनाओं की परखी जाएगी जमीनी हकीकत

. विद्यालयों में चलाई जा रहीं मिड- डे-मील से लेकर पढ़ाई से जुड़ी कई योजनाएं हैं शामिल

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कुल 1695 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 20 प्रतिशत विद्यालयों को सोशल आडिट के लिए चुना गया है। जिसके तहत जिले के 342 विद्यालयों को आडिट के लिए चुना गया है। विद्यालयों में मिड-डे-मील से लेकर पढ़ाई से ● जुड़ी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। यह योजनाएं धरातल पर कितनी उतर रही हैं, इसकी जानकारी आडिट के माध्यम से जुटाई जाएगी। बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ाने के लिए कवायद की जा रही है। पता लगाया जाएगा कि बच्चों को योजनाओं का लाभ देने में क्या दिक्कत आ रही है। पढ़ाई का क्या स्तर है।

डीबीटी से मिलती है ड्रेस आदि के लिए राशि, दिया जाता है मध्यान्ह भोजनः परिषदीय विद्यालयों में डीबीटी के जरिए ड्रेस, जूता, मोजा, बैग, स्वेटर आदि के लिए 1100 रुपये की धनराशि दी जाती है। यह राशि सीधे छात्रों के अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है। बच्चों को मीनू के अनुसार भोजन दिया जाता है। इसमें दूध, फल समेत अन्य पौष्टिक आहार दिये जाते हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए खेल गतिविधियों समेत अन्य सुविधाएं विद्यालयों में मुहैया कराई जाती है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों के सोशल आडिट कराने का निर्णय लिया है। महराजगंज के 20 प्रतिशत विद्यालयों के सोशल आडिट के लिए महामना मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को नामित किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
      - श्रवण कुमार गुप्ता, बीएसए
आभार साभार- दैनिक जागरण 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।