चंदौली : बीईओ और पत्रकारों के बीच बढ़ा विवाद, घेराव करेंगे पत्रकार
चंदौली। शासन की मंशा है कि परिषदीय शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल बदलाव देखने को मिले। इसके लिए अधिकारी नित नए उपाय तलाश रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस की आजादी को लेकर अफसरों को कड़े दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं डीएम निखिल टी फुण्डे भी अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं कि वे पत्रकारों का फोन उठाएं और उन्हें समय से सही सूचनाएं दें। लेकिन यहां तो बीईओ अवधेश नारायण सिंह ने पत्रकारों के विरुद्ध ही मोर्चा खोल दिया है। जब अखबारों में उनके भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने और अलग अलग तरह के शिक्षकों से धनउगाही करने का आरोप लगा तो वे आग बबूला हो गए। पत्रकारों के ही स्कूलों में दाखिल होने पर प्रतिबंध लगाते हुए पत्र जारी कर दिया। धानापुर विकास खंड क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में हो रहे भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करने पर धानापुर बीईओ अवधेश वनारायण सिंह ने तुगलकी फरमानजारी कर दिया है।
स्कूलों में शिक्षकों एवं पढ़ाई लिखाई करने वालें बच्चों के अलावा किसी भी व्यक्ति (विशेषकर पत्रकारों) के दाखिल होने से रोकने का निर्देश दिया है। उनके इस फरमान से पत्रकारों में काफी रोष है। जिसको लेकर मंगलवार को सुबह साढ़े 10 बजे सकलडीहा तहसील क्षेत्र के सभी पत्रकार धानापुर ब्लॉक संसाधन केंद्र पर पहुंचेंगे। और बीईओ से पत्रकारों के स्कूल में प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर पूछताछ करेंगे। विदित हो कि धानापुर बीईओ द्वारा मीटिंग में शिक्षकों को विभीषण कहां गया। इस बात की खबर अखबार में छप गई तो उन्होंने बैठक में शामिल 31 शिक्षकों को स्पष्टीकरण का नोटिस जारी कर येकहने का दबाव बनाने जाने लगा की उनके द्वारा विभीषण कहने की बात कोई शिक्षक किसी से नहीं बताया है। यहीं नहीं सरकारी धन गटकने को 121 बच्चो का फर्जी नाम लिख देने के साथ-साथ बीईओ द्वारा किया गया अन्य कई भ्रष्टाचार की खबर प्रमुखता से छापें जाने पर बौखलाए बीईओ ने सोशल मीडिया पर चिट्ठी वायरल कर पत्रकार को अपमानित करने का काम किया। जिसमे उससे शैक्षिक योग्यता व अधिकृत पत्र एवं पहचान पत्र मांगने के साथ अन्य कई बातें कहीं गई। इन सभी बातों को लेकर पत्रकार संगठन उपजा (यूपीजर्नलिस्ट एसोसिएशन) के पत्रकारों में काफी रोष है।
अभिव्यक्ति के आजादी पर इस तरह से प्रश्न चिन्ह खड़ा करना कही बीईओ को भारी न पड़ जाए।कई शिक्षकों के शैक्षणिक अभिलेख फर्जी – ज्ञान प्रकाश चंदौली। अनुदेशक वेलफेटार एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश सिंह ने कहा है कि विकास खंड क्षेत्र के अलग अलग स्कूलों में नियुक्त कई शिक्षकों के शैक्षणिक अभिलेख फर्जी हैं। उन्होंने यह बात शकुन टाइम्स अखबार के जिला प्रतिनिधि के साथ हुई विशेष बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि यदि सच मे मीडिया चौथा स्तंभ है तो उसे इस तथ्य को भी उजागर करना चाहिए कि यहां कई शिक्षक ऐसे भी हैं जो अब भी सेवा में हैं। किंतु उनके शैक्षणिक अभिलेख फर्जी हैं। उन्होंने कई शिक्षक नेताओं और शिक्षकों पर बीईओ के विरोध करने का आरोप भी लगाया। किंतु जब उनसे शिक्षकों का नाम पूछा गया तो उन्होंने मिलकर बताने की बात कही।
आज धानापुर बीईओ का घेराव करेंगे पत्रकार
चंदौली। पत्रकारों के प्रति अपमान जनक टिप्पणी और उनके स्कूलों में प्रतिबंध के विरोध में मंगलवार को क्षेत्र के पत्रकार यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) के बैनर तले धानापुर बीईओ का वीआरसी में घेराव करेंगे। जिलाध्यक्ष दीपक सिंह, तहसील अध्यक्ष चंद्रजीत पटेल के नेतृत्व में पत्रकारों ने चेतावनी दिया है कि यदि बीईओ का तुगलकी फरमान खत्म करने के साथ साथ उनपर लगे भ्रष्टाचार की जांच कर उन्हें दंडित नहीं किया गया तो पत्रकार भी चैन से नहीं बैठेंगे।
अक्सर स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षक हैं परेशान
चंदौली। बीइओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने और उसे लेकर अखबार में खबर छपने को लेकर अक्सर स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षक परेशान हैं। किंतु दूसरी तरफ वे शिक्षक बेहद खुश हैं जो नियमित स्कूल आते हैं। और पठन पाठन को लेकर सदैव सजग रहते हैं।
द्वारा - प्राइमरी का मास्टर यूपी