देवरिया : कूटरचित प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहे दो प्रधानाध्यापक बर्खास्त

देवरिया। कूटरचित प्रमाण पत्रों के आधार पर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में अलग-अलग विकास खंडों के तैनात दो प्रधानाध्यापकों का शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। इनके खिलाफ पिछले कई माह से जांच चल रही थी।
इनकी शिकायत एसटीएफ से भी की गई थी। प्रमाण पत्रों के सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण होने बाद बीएसए ने दोनों शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इन्हें मिलाकर जनपद में अब तक 75 से अधिक शिक्षकों की सेवा पिछले पांच साल के अंदर समाप्त की जा चुकी है। बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बुधवार की शाम को बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर हुई नियुक्तियों की लगातार जांच की जा रही है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ ने भागलपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बलिया दक्षिण के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार उपाध्याय की नियुक्ति से संबंधित समस्त दस्तावेज मांगे थे।
25 जून 2022 को उनके कार्यालय को संबंधित का शैक्षिक व प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भेज दिया गया। वहां से जांच के बाद मिली आख्या के अनुसार संतोष कुमार उपाध्याय के संपूर्णानंद संस्कृत विवि वाराणसी से संचालित शिक्षा शास्त्री अंक पत्र का सत्यापन कराया गया, पता चला कि यहां के दस्तावेज में किसी दूसरे छात्र का नाम इस स्थान पर अंकित है।
ऐसे में यह पुष्ट हो गया कि वह फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। इसी तरह बनकटा विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय परगसहा के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार शर्मा के खिलाफ भी एसटीएफ लखनऊ की ओर से शैक्षिक प्रमाण पत्र मांगे गए थे।
आभार साभार-अमर उजाला